देश का खुफिया विभाग हर साल एक सम्मलेन का आयोजन करता है. इसमें देशभर के पुलिस महानिदेशक और केंद्रीय पुलिस संगठनों के मुखिया शामिल होते हैं. लेकिन हर साल यह एक सालाना रस्म अदायगी के तौर पर होता है. प्रधानमंत्री और गृह मंत्री रटी-रटाई सी भाषा में अपने भाषण को पूरा करते दिखते हैं. लेकिन दस दिन पहले संपन्न हुआ यह सम्मलेन अपनी तय लकीर से हट कर था. इस बार यह...
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"छत्तीसगढ़-मध्यप्रदेश का मॉडल बेहतर"- आरपी सिंह
झारखंड के राज्य ग्रामीण विकास संस्थान (सर्ड) के निदेशक राम प्रताप सिंह (आरपी सिंह) अपनी जिम्मेवारियों के प्रति संवेदनशील व समय के पाबंद हैं. गांव के विकास से जुड़े हर बिंदु पर वे मौलिक राय रखते हैं और इसे साझा भी करते हैं. तीन दशकों बाद जब झारखंड में पंचायत राज निकाय का गठन हुआ, तो उसे गति देने के लिए क्षमतावान अधिकारियों की जरूरत महसूस की गयी. ऐसे में...
More »अब फैसला राज्यों पर-- ।।कुलदीप नैय्यर।।
देश में आर्थिक सुधारों की झड़ी लगाते हुए मनमोहन सरकार ने खुदरा क्षेत्र में 51 फीसदी प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआइ) और डीजल की कीमत में वृद्धि आदि को मंजूरी तो दे दी है, लेकिन इसके साथ यह कहते हुए कि एफडीआइ को लागू करने और डीजल की बढ़ी हुई कीमतों को कम करने का फैसला राज्य सरकारें अपने स्तर पर कर सकती हैं, एक तरह की रणनीतिक राजनीतिक भी शुरू कर...
More »भारत बाल-मृत्यु के मामले में सबसे आगे- यूनिसेफ की रिपोर्ट
जनसंख्या के लिहाज से दुनिया के देशों में दूसरे नंबर पर मौजूद भारत बाल-मृत्यु के मामले में दुनिया के सभी देशों से आगे है। इस महीने (सितंबर 2012) यूनिसेफ की तरफ से जारी की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2011 में पाँच साल से कम उम्र के सबसे ज्यादा बच्चे भारत में काल-कवलित हुए। भारत में पाँच साल से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु की संख्या बीते साल नाइजीरिया, डिमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑव कांगो...
More »पुलिस के आंकड़ों ने खोला राज, हर तीसरे दिन होती है एक मौत क्योंकि...
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस के पास उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक राजधानी में हर तीसरे दिन दहेज की खातिर एक की मौत हो जाती है। गृह मंत्रालय ने पिछले सत्र में संसद में दिल्ली पुलिस के आंकड़े पेश किए, जिसके मुताबिक बीते चार साल 2008, 2009, 2010, 2011 में दहेज के लिए मौत की धारा के तहत 689 लोगों को गिरफ्तार किया, इनमें से महज 207 के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल हो सका और...
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