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यह सिर्फ़ अनाज का सड़ना नहीं है- कृष्णप्रताप सिंह

1.लूट की आंधी-तूफ़ान की तरह आ रही खबरों ने सरकारी अनाज के गोदामों के बाहर सड़ने की खबरों से लोगों का ध्यान हटा दिया. 2.गैरजिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की बात करनेवाले कृषि मंत्री अब कह रहे हैं कि ज्यादा अनाज सड़ा ही नहीं. 3.जिस मात्रा को वे तुच्छ बता रहे हैं वह कुल भंडारित अनाज का कम से कम 15 प्रतिशत तो है ही. न्याय का सामान्य-सा नियम है कि एक अपराध को...

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मानसून सत्र में व्यवधान के चलते 45 करोड़ स्वाहा

नई दिल्ली। संसद का मानसून सत्र परमाणु दायित्व विधेयक, सांसदों के वेतन भत्तों में वृद्धि संबंधी विधेयक, भोपाल गैस त्रासदी पर 26 साल बाद चर्चा आदि को लेकर काफी गहमागहमी भरा रहा। इस गहमागहमी में इस बात को अनदेखा कर दिया गया कि सांसदों द्वारा व्यवधान उत्पन्न किए जाने के कारण सरकारी खजाने की करीब 45 करोड़ रुपये की राशि पर पानी फिर गया। महंगाई, किसानों पर फायरिंग, जाति...

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वैश्विक खाद्यान्न उत्पादन- मौजूदा हालात

एफएओ का कहना है कि साल 2010-2011 में अनाज के उत्पादन में रिकार्ड बढ़त( 2279.5 ) होने की संभावना है लेकिन बुरी खबर यह है कि सूखे की मार झेल रहे रूस में इस साल गेहूं के उत्पादन में पिछले साल के मुकाबले तकरीबन एक करोड़ ३० लाख टन कमी आने की आशंका है। साल 2008-09 में रूस में 63.7 मिलियन टन गेहूं का उत्पादन हुआ था जबकि इस साल आशंका है...

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खाद्य पदार्थो की महंगाई दर में गिरावट

नई दिल्ली। महंगाई को लेकर कई दिनों से विपक्ष के निशाने पर रही सरकार के लिए राहत भरी खबर है। थोक मूल्यों पर आधारित खाद्य महंगाई दर में लगातार तीसरे सप्ताह कमी आई है। फल और सब्जियों के दामों में नरमी के चलते 24 जुलाई को समाप्त सप्ताह में खाद्य मुद्रास्फीति की यह दर मामूली घटकर 9.53 प्रतिशत पर पहुंच गई। इससे एक सप्ताह पूर्व यह दर 9.67 प्रतिशत पर थी। ...

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2050 तक शहरों का देश होगा भारत

नई दिल्ली। देश की करीब 45 फीसदी आबादी 2050 तक शहरों एवं कस्बों में रह रही होगी और इस तरह से भारत गांवों में बसता है की अवधारणा बीते युग की बात हो जाएगी। अभी देश की 30 फीसदी आबादी शहरों में रहती है।आर्थिक विश्लेषण संस्था, एनसीएईआर के एक अध्ययन के मुताबिक, एक अनुमान के आधार पर 45 फीसदी भारतीय 2050 तक शहरों एवं कस्बों में रह रहे होंगे। इसका...

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