कवर्धा। शहर के गौशाला में न तो चारा है और न ही पानी जिस कारण से गायों का बुरा हाल है। शहर के लोहारा रोड़ पर स्थित यदुनाथ गौशाला में करीब 650 से अधिक गाय है, लेकिन इनके लिए न तो पर्याप्त मात्रा में चारा है और न ही पीने के लिए पानी की व्यवस्था है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले एक सप्ताह में यहां करीब आधा दर्जन गायों की...
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परिवहन की मुख्यधारा बनेगा नदियों का प्रवाह- जयंतीलाल भंडारी
सड़कों को तरक्की का मानक बनाने का एक नतीजा यह हुआ कि अपने जलमार्गों को हम भूल गए, जबकि इन्हें प्राकृतिक पथ कहा जाता है। सड़कें हम बनाते हैं, इन्हें तो कुदरत ने बनाया है। यही प्राकृतिक पथ कभी भारतीय परिवहन की जीवन-रेखा हुआ करते थे। लेकिन समय के साथ आए बदलावों व परिवहन के आधुनिक साधनों के चलते बीती एक सदी में भारत में जल परिवहन क्षेत्र बेहद उपेक्षित...
More »आखिर क्यों पीछे रह जाते हैं मध्यप्रदेश के विद्यार्थी?
डॉ. जयंतीलाल भंडारी। हाल ही में नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एनसीईआरटी) के नेशनल एचीवमेंट सर्वे में यह तथ्य सामने आया है कि मध्यप्रदेश के स्कूलों में विद्यार्थी हर विषय की पढ़ाई में राष्ट्रीय औसत से भी कमजोर हैं। सर्वे में यह भी कहा गया है कि प्रदेश में प्रायवेट स्कूलों के मुकाबले सरकारी स्कूलों के बच्चे और अधिक कमजोर हैं। प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता में कमी...
More »दलहन की बुवाई के रकबे में रिकार्ड वृद्धि !
खरीफ की मुख्य फसलों के सकल बुवाई क्षेत्र में पिछले खरीफ मौसम की तुलना में इस बार बढोत्तरी हुई है और सर्वाधिक उल्लेखनीय वृद्धि दलहन के रकबे में हुई है. इस माह जारी कृषि मंत्रालय के एक दस्तावेज के मुताबिक चावल, दाल और मोटहन की बुवाई का रकबा पिछले खरीफ सीजन(जुलाई से अक्तूबर 2015-16) की तुलना में इस बार 4.2 फीसद ज्यादा है.(देखें नीचे दी गई लिंक) दलहन का सकल बुवाई...
More »कूड़े से मुक्ति का रास्ता खोज रही दुनिया-- महेंन्द्र राजा जैन
पिछले वर्ष मैं पूर्वी यूरोप के क्रोएशिया और स्लोवानिया में दो सप्ताह की यात्रा पर गया था। वहां जहां-जहां यानी जिन शहरों में गया, सड़कों पर सफाई देखकर दंग रह गया। इसके मुकाबले यहां ब्रिटेन में गंदगी की समस्या बहुत गंभीर और अनियंत्रित है। इससे अक्सर लगता है कि लंदन शायद अब दुनिया भर में न सही, मगर यूरोप में सबसे अधिक गंदा शहर है। पिछले काफी समय से यहां...
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