रायपुर। बस्तर में तैनात जवानों की नक्सलियों की गोली नहीं, मलेरिया से मौत हो रही है। बस्तर में सबसे ज्यादा मलेरिया का प्रकोप है। नक्सल मोर्चे पर उतरे जवान सर्चिंग ऑपरेशन के दौरान पखवाड़े-महीने तक कैंप से बाहर रहते हैं। इस दौरान बड़े पैमाने पर मलेरिया के शिकार हो रहे हैं। जंगल व पहाड़ियों में तैनात जवान बीमार होकर रोज हॉस्पिटल आ रहे हैं। मेकॉज में भर्ती दर्जन भर जवानों में...
More »SEARCH RESULT
एचआइवी पीड़िता का इलाज करने से इनकार
हावड़ा. सड़क दुर्घटना में बुरी तरह घायल एचआइवी पीड़ित एक महिला का हावड़ा जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने इलाज करने से इनकार कर दिया. बाद में पारिवारिक परिचित के हस्तक्षेप के बाद पीड़ित महिला को बाद में अस्पताल में भरती लिया गया. आरोप है कि पूरी रात उसे वार्ड के बाहर एक शव के पास बाथरूम के निकट रखा गया. इस घटना पर जिला के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमओएच) देवाशीष राय...
More »ग्रामीण इलाकों में अब भी बिक रही थीं मौत की दवाएं !
बिलासपुर (निप्र)। जिले की दवा दुकानों के अलावा किराने की दुकान, झोलाछाप डॉक्टर, सरकारी अस्पतालों में मंगलवार तक मौत की दवाएं खुलेआम बिक रही थीं। बुधवार को इस गोरखधंधे का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। हाईकोर्ट की फटकार के बाद नींद से जागे जिला प्रशासन के अमले ने बुधवार को जिलेभर की दवा के अलावा किराना दुकान व झोलाछाप डॉक्टरों तथा सरकारी अस्पतालों में छापे मारे। इस दौरान 41 हजार 760...
More »आधुनिक समय की महामारी- रिदिमा कौल
देश में सड़क दुर्घटनाओं में हर साल लाख लोगों की मौत हो जाती है। इसकी एक बड़ी वजह यह है कि ‘गोल्डन अवर' (दुर्घटना के बाद के एक घंटे) में उन्हें चिकित्सकीय मदद नहीं मिल पाती, साथ में पेचीदा कानून की वजह से कोई उन्हें बचाने की पहल भी नहीं करता। ऐसे में उच्चतम न्यायालय द्वारा हाल ही में जारी किए गए दिशा-निर्देश अच्छा कदम साबित हो सकते हैं। मारे देश...
More »घट रहा है कुपोषण, रफ्तार में तेजी की जरुरत..
कुपोषण के मोर्चे से एक अच्छी खबर! भारत केंद्रित एक सर्वेक्षण के शुरुआती निष्कर्ष हैं कि पाँच साल से कम उम्र के बच्चों में कुपोषण का स्तर साल 2005-06 से 2013-14 के बीच घटा है। सर्वेक्षण के निष्कर्ष ग्लोबल न्यूट्रीशन रिपोर्ट 2014 में संकलित किए गए हैं। (देखें नीचे दी गई लिंक और बिन्दुवार तथ्य) रैपिड सर्वे ऑन चिल्ड्रेन नाम का यह सर्वेक्षण नागरिक संगठनों, स्वास्थ्य और खाद्य-सुरक्षा विशेषज्ञों की निरंतर...
More »