यह सच है कि फल-सब्जियों की कीमतें बढ़ी हैं और यह भी सच है कि बीते बीस सालों(1991-91 से 2012-13) में देश में फल-फूल, सब्जी और मसालों की खेती का रकबा दोगुना बढ़ा है। नतीजतन, वानिकी-उत्पादन में तकरीबन तीन गुना(2.8 प्रतिशत) की बढ़ोत्तरी हुई है। कृषि मंत्रालय की एक नई रिपोर्ट में कहा गया है कि बीते बीस सालों में वानिकी का रकबा 1 करोड़ 20 लाख 77 हजार हैक्टेयर से...
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दलहन और तिलहन के उत्पादन पर हो किसानो का जोर: CACP
कृषि लागत एवं मूल्य आयोग (सीएसीपी) के रिपोर्ट के मुताबिक किसान अनाज के उत्पादन से दूर जा रहे है और दलहन और तिलहन का उत्पादन ज्यादा कर रहे है। इसकी मुख्य वजह गेहूं के एमएसीपी में लगातार हो रही कम बढोतरी है। जिसके कारण किसानों का मुनाफा घट गया है। सरकार के पास गेहूं का स्टॉक ज्यादा होने से रबी सीजन के लिए गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य में सिर्फ...
More »खेती की सुध कौन लेगा- धर्मेन्द्रपाल सिंह
जनसत्ता 1 अगस्त, 2014 : मौसम विभाग दावा कर रहा है कि वर्षा सामान्य से केवल दस प्रतिशत कम रहेगी। लेकिन बुआई का कीमती समय निकल जाने की भरपाई कैसे होगी, इसका जवाब उसके पास नहीं है। कृषि मंत्रालय ने एक जून से सत्रह जुलाई के बीच देश भर में धान, दलहन, सोयाबीन, कपास, मूंगफली आदि की बुआई का जो रकबा जारी किया है उसे देख कर लगता है कि इस...
More »दलहन-तिलहन का उत्पादन कम होने के आसार, 7 फीसदी घटी धान की बुआई
कृषि विभाग का अनुमान है कि इस साल दालों और तिलहन का उत्पादन घट सकता है। तिलहन में खासकर सोयाबीन की बुआई देर से हुई है जिसके कारण उत्पादकता घट सकती है। कृषि सचिव के मुताबिक अभी भी पिछले साल के मुकाबले बुआई का रकबा कम है। पिछले साल मानसून जल्दी आया और भारी बारिश हुई जिसके चलते किसानों ने रिकॉर्ड बुआई की लेकिन इस साल लेट मानसून बुआई में...
More »अब अच्छी बारिश से भी नहीं सुधरेगी खरीफ फसलों की बुआई, पैदावार घटना तय- धर्मेन्द्र चौधरी
मौसम विभाग ने उम्मीद जताई है कि मानसून के लिए परिस्थितियां अनुकूल हो चली हैं और अगले 2 से 3 दिनों में इसका विस्तार पूरे देश में होगा। मानसून की यह बौछार गर्मी से परेशान लोगों के लिए राहत की खबर भले हो लेकिन चावल की बुआई के लिए इंतजार कर रहे किसान अब इसकी अहमियत को कम आंक रहे हैं। बाजार के विशेषज्ञ भी इसी के चलते उत्पादन में...
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