ग्वालियर, नईदुनिया न्यूज। खुले में शौच मुक्त घोषित ग्वालियर के सर्वे के लिए आई क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया (क्यूसीआई) टीम ने मंगलवार को ग्रामीण क्षेत्र के वार्डों का निरीक्षण किया। यहां कुछ स्थानों को छोड़कर अन्य सभी लोगों के घर निजी शौचालय बने मिले। शौचालय होने के बाद भी गांव के कुछ बुजुर्गों ने स्वीकार किया कि वह घर में शौचालय होने के बाद भी खुले में ही शौच के...
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गांव में सड़क बनाने सरकार को दान की 13 एकड़ जमीन
नारायणपुर, मो. इमरान खान। नक्सल हिंसा से जल रहे जिले के पहुंच विहीन गांव कोंगेरा और कौशलनार के ग्रामीणों ने मिसाल कायम की है। ग्रामीणों ने अपनी सहूलियत के लिए सरकार को 13 एकड़ जमीन दान में दिया है। यह वह गांव है जहां 29 जून 2010 को सीआरपीएफ के 27 जवान मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त कर चुके हैं। कलेक्टर टामन सिंह सोनवानी ने बताया कि कुछ माह पहले कोंगेरा...
More »नोट बदलवाने बैंक की लाइन में लगे बुजुर्ग की मौत
मुंबई। नोट बंदी के क्रम में शुक्रवार को एटीएम भी खुल गए, लेकिन लोगों को परेशानी कम नहीं हुई। इस बीच, मुंबई से खबर है कि यहां बैंक की लंबी लाइन में लगे 73 वर्षीय शख्स का निधन हो गया। मृतक का नाम विश्वनाथ वर्तक है, जो मुलुंड में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की ब्रांच में अपने नोट बदलवाने के लिए खड़े थे। मौके पर मौजूद लोगों के मुताबिक, वाकया दोपहर...
More »तीस साल पहले और अब!-- नसीरुद्दीन
एक दानिश्वर की मशहूर लाइन है- जो इतिहास भूल जाते हैं, वे इसे दोहराने की गलती करते हैं. इतिहास में तीस साल, लंबा वक्त नहीं होता है. फिर भी लगता है कि हम बहुत जल्दी भूलने के आदी हो गये हैं. नतीजतन, बुरे वक्त को दोहराने की गलती करते रहते हैं. फिर वैसा ही माहौल बनाने की कोशिश हो रही है, जैसा तीस साल पहले बनाया गया था. वैसा ही...
More »हम किसे गरीब माने-- अवधेश कुमार
हमारे-आपके लिए कौन गरीब है इसे अपने आसपास पहचानना कठिन नहीं है। लेकिन जब सरकार की ओर से गरीबों की औपचारिक पहचान की बात आती है तो समस्या बढ़ जाती है। वास्तव में भारत में कौन गरीब है इसके निर्धारण का प्रश्न एक जटिल पहेली की तरह हमारे सामने लंबे समय से खड़ा है। गरीबी तय करने को लेकर समय-समय पर कुछ मानक निर्धारित किए गए और उनके आधार पर...
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