बैंक प्रबंधकों एवं हवाला कारोबारियों की मदद से काले धन को सफेद करने के गोरखधंधे में दिहाड़ीदार मजदूरों को कंपनियों का निदेशक बना दिया गया। हवाला कारोबारियों ने ऐक्सिस बैंक में खाता खुलवाने के लिए ऐसी ही मुखौटा कंपनियों का सहारा लिया। खास बात है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जब इन मजदूरों से संपर्क किया तो उन्होंने खुद के किसी भी ऐसी कंपनी का निदेशक होने बाबत अनभिज्ञता जताई।...
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जन धन खातों में पैसे जमा करने की दर में आई पांच गुना कमी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आठ नवंबर को नोटबंदी की घोषणा के बाद प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत खोले गए बैंक खातों में जमा राशि में आई तेज उछाल अब थमने लगी है। वित्त मंत्रालय द्वारा दिए गए आंकड़ों के अनुसार नवंबर के आखिरी सात दिनों में जन धन खातों में केवल 1487 करोड़ रुपये जमा हुए। वहीं इसके पहले वाले हफ्ते में जन धन खातों में 8283 करोड़...
More »कहां जा रहा है स्विस बैंकों में रखा भारतीयों का कालाधन ?
क्या यह संभव है कि सरकार की किसी कार्रवाई से पहले ही स्विस बैंकों में जमा कालाधन भारतीय खाताधारक कहीं और जमा कर दें ? सूचनाओं के आदान-प्रदान को लेकर भारत और स्विट्जरलैंड के बीच हुए समझौते की खबरों के बीच यह सवाल पूछा जा सकता है. खबरों के मुताबिक दोनों देशों के बीच हाल ही में सहमति बनी है कि अगर कोई भारतीय खाताधारक स्विस बैंकों के अपने खाते से कोई...
More »नोटबंदी का असर, FMCG कंपनियों ने घटाया उत्पादन
बेंगलुरू/मुंबई। नोटबंदी का असर अब कंज्यूमर प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनियों पर भी दिखने लगा है। कैश की कमी और बाजार में मंदी के चलते नामी एफएमसीजी कंपनियों ब्रिटानिया, पारले, डाबर और इमामी ने उत्पादन में कटौती कर दी है। बिस्किट बनाने वाली नामी कंपनी ब्रिटानिया के मैनेजिंग डायरेक्टर वरूण बेरी ने कहा कि हमारी कंपनी ने फिलहाल उत्पादन में 15 से 20 फीसदी की कटौती कर दी है। उन्होंने कहा कि...
More »नोटबंदी के सामयिक सबक-- पवन के वर्मा
आठ नवंबर को 500 तथा 1000 रुपये के नोटों का चलन रातोंरात रोकने की घोषणा नीयत तथा क्रियान्वयन के पारस्परिक संबंध का मौलिक मुद्दा उजागर करती है. क्या किसी क्रिया के पीछे की सराहनीय मंशा उसके नकारा क्रियान्वयन को माफ कर देने की वाजिब वजह हो सकती है? अथवा, क्या क्रियान्वयन की खामियां उस मंशा का मूल्य ही कम कर देती हैं? विचार तथा क्रिया के बीच का यही द्वंद्व...
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