जनसत्ता संवाददाता, नयी दिल्ली। उत्तराखंड में गुप्तकाशी से सात किलोमीटर दूर एक ऐसा गांव है, जहां के लगभग सभी विवाहित पुरुष पिछले दिनों आई आपदा बाद से लापता हैं। उनके बचे होने की उम्मीद न के बराबर है। इस भीषण त्रासदी के बाद देवली ब्रह्मग्राम को गैर सरकारी संगठन सुलभ इंटरनेशनल ने गोद लेने का फैसला किया है। सुलभ के बिंदेश्वर पाठक ने इस गांव के छह टोलों की सभी...
More »SEARCH RESULT
उत्तराखंड की चेतावनी- अपूर्व जोशी
जनसत्ता 26 जून, 2013: उत्तराखंड में आई भारी विपदा पर लिखने बैठा, तो एकाएक बाबा नागार्जुन याद आ गए, अपनी एक कविता के जरिए- ताड़ का तिल है/ तिल का ताड़ है/ पब्लिक की पीठ पर बजट का पहाड़ है/ किसकी है जनवरी/ किसका अगस्त है/ कौन यहां सुखी है/ कौन यहां मस्त है/ सेठ ही सुखी है। सेठ ही मस्त है/ मंत्री ही सुखी है/ मंत्री ही मस्त है/...
More »आपदा का खोखला प्रबंधन!
उत्तराखंड में प्रकृति की विनाशलीला शायद कम हो सकती थी, अगर समय रहते इससे निबटने के लिए जरूरी इंतजाम कर लिये गये होते. लेकिन सीएजी की रिपोर्टो और नागरिक समाज द्वारा दी जानेवाली चेतावनियों के बावजूद भी सरकार नहीं चेती. कैसे काम करता है हमारा आपदा प्रबंधन तंत्र, आपदाओं का सफलतापूर्वक सामना करने में क्यों चूक जाते हैं हम, बता रहा है नॉलेज.. ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि हमलोग...
More »पारदर्शिता का पैमाना और पार्टियां- शीतला सिंह
जनसत्ता 11 जून, 2013: केंद्रीय सूचना आयोग ने अपने एक फैसले में राजनीतिक दलों को सूचना आयोग कानून के तहत जवाबदेह माना है। आयोग की पूर्णपीठ ने राजनीतिक दलों का यह तर्क नहीं स्वीकार किया कि वे सरकारी सहायता से चलने, उनसे अनुदान प्राप्त करने वाले संगठन नहीं हैं इसलिए वे इस कानून से मुक्त हैं। केंद्रीय सूचना आयोग का मानना है कि वे केंद्र सरकार की ओर से परोक्ष...
More »महिलाओं के लिए अलग बैंक को जल्द मिलेगी मंजूरी: वित्त मंत्रालय
नई दिल्ली : वित्त मंत्रालय देश के पहले महिला बैंक की स्थापना हेतू मंजूरी के लिए जल्द ही मंत्रिमंडल से संपर्क करेगा। यह बैंक 1,000 करोड़ रुपए की शुरूआती पूंजी से स्थापित किया जायेगा। सूत्रों के मुताबिक महिला बैंक के लिए मंत्रिमंडल नोट जारी किया गया है और उम्मीद है कि मंत्रिमंडल जल्दी इस पर विचार करेगा। महिला बैंक स्थापित करने की घोषणा बजट में की गई थी। यह एक...
More »