अपनी भावनाओं को शब्दों में पिरोते-पिराते मैंने कभी यह कल्पना भी नहीं की थी कि यह असीम संतुष्टि के साथ न जाने कितने रिश्तों को जोड़ देगी। ऐसे रिश्ते, जिनसे मानसिक और भावनात्मक मुलाकात तो पत्रों और फोन के माध्यम से महीने में एकाध बार हो जाती, लेकिन रूबरू कभी नहीं हुई। इन्हीं में से एक उज्जैन के ‘शरद' भाई साहब हैं। ‘भाई साहब' का संबोधन जहां उनके आत्मसम्मान को...
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हाथभर उजाला और कोसभर अंधेरा - अनुराग चतुर्वेदी
दुनिया में अमीरों और गरीबों के बीच बढ़ती खाई को लेकर बेहद चौंकाने वाले आंकड़े आए हैं। कल से शुरू हुए अमीर देशों के सम्मेलन से ऐन पहले जारी किए गए इन आंकड़ों को सही मानें तो आज महज 62 धनकुबेरों के पास दुनिया की आधी आबादी के बराबर धन इकठ्ठा हो गया है। ऑक्सफेम के इस सर्वेक्षण में यह भी कहा गया है कि जल्द ही वह स्थिति निर्मित...
More »चमक-दमक के पीछे छिपी कालिख को पहचानें - धर्मेंद्रपाल सिंह
आम धारणा यह है कि देश के बाहर जाने वाले काले धन का मुख्य स्रोत नेताओं या बड़े सरकारी अफसरों को मिलने वाली रिश्वत, घरेलू व्यापारियों द्वारा इनवॉइस में हेराफेरी से होने वाली दो नंबर की कमाई या हवाला कारोबार से उपजा पैसा है। लेकिन काले धन पर ग्लोबल फाइनेंशियल इंटिग्रिटी (जीएफई) की ताजा रिपोर्ट पढ़ने के बाद यह धारणा पुर्जा-पुर्जा होकर बिखर जाती है। जीएफई की हाल माह में...
More »अंत में मैं सिर्फ़ ये पत्र लिख पा रहा हूं....
हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के पीएच.डी छात्र रोहित वेमुला ने रविवार रात फांसी लगाकर ख़ुदक़ुशी कर ली. दलित समुदाय से आने वाले रोहित को उनके चार अन्य साथियों के साथ कुछ दिनों पहले हॉस्टल से निकाल दिया गया था. इसके विरोध में वो पिछले कुछ दिनों से अन्य छात्रों के साथ खुले में रह रहे थे. कई अन्य छात्र भी इस आंदोलन में उनके साथ थे. आत्महत्या से पहले रोहित वेमुला ने एक पत्र...
More »भारत में आधार कार्ड से होती है 650 करोड़ की सालाना बचत
वाशिंगटन। आधार कार्ड की महत्ता को विश्व बैंक ने भी स्वीकार किया है। डिजिटल पहचान पत्र के रूप में भारत में बनाए गए आधार कार्ड ने अभी तक देश को प्रति वर्ष एक अरब अमेरिकी डॉलर (करीब 650 करोड़ रुपये) की बचत कराई है। साथ ही भ्रष्टाचार को भी रोकने में मदद की है। यह बात विश्व बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री कौशिक बसु ने कही है। बसु के अनुसार आधार कार्ड...
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