रम, नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग ने झारखंड प्रदेश के विभिन्न उद्योगों में कार्यरत ठेका श्रमिकों के लिए न्यूनतम मजदूरी का निर्धारण करते हुए अधिसूचना जारी की है। इसके अनुसार अकुशल कामगार को दैनिक मजदूरी 154.8 रुपए, अर्द्धकुशल कामगार को 161.70 रुपए, कुशल कामगार को 195.90 रुपए व अतिकुशल कामगार को 237.94 रुपए प्रदान किया जाएगा। यह अधिसूचना निर्गत होने की तिथि 16 जून से प्रभावी होगी। ...
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क्या हो विकास की सही परिभाषा- भारत डोगरा
सामान्य रूप से बाहरी चमक-दमक को देखकर कह दिया जाता है कि यह क्षेत्र विकास कर रहा है। मान लीजिए किसी महानगर में बहुत सी झुग्गी-झोपडि़यों बनी हैं और महानगर में कार्य करने वाले गरीब मजदूरों को इन सस्ते आवासों में आश्रय मिला हुआ है, क्योंकि इससे महंगी जगह में रहने के लिए पैसा उनके पास नहीं है। एक दिन उनकी झोपडि़यां तोड़ दी जाती हैं। इस स्थान पर एक...
More »बीड़ी पत्ते में धुआं-धुआं ज़िंदगी -- सारदा लहांगीर
“छो...छोको भूंजी लोक पतर तुड़ले लागसी भोक....” ( हम लोग गरीब भुंजिया आदिवासी, पत्ता तोड़ते हुए भूख लगती है ) नुआपाडा जिले के सीनापाली गांव में रहने वाली 55 वर्षीय पहनी मांझी को जंगल में तेदूपत्ता तोड़ते हुए जब भूख लगती है तो वो अपना ध्यान बंटाने के लिए यहीं उड़ीया लोकगीत गुनगुनाती हैं. तेंदूपत्ता अप्रैल और मई महीने की चिलचिलाती धूप में जब हम अपने वातानुकुलित कमरे में बैठे आराम फरमा...
More »मजदूर ही करेंगे सामाजिक अंकेक्षण : डीसी
रामगढ़: सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मनरेगा का अंकेक्षण मजदूर ही करेंगे। इस अंकेक्षण दल में महिला मजदूरों की संख्या एक तिहाई होगी। उक्त बातें रामगढ़ उपायुक्त गणेश प्रसाद ने कही। वे मंगलवार को जिला समाहरणालय स्थित सभागार में मनरेगा को लेकर सामाजिक अंकेक्षण से संबंधित दो दिवसीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। कार्यशाला का उद्घाटन उपायुक्त ने दीप प्रज्वलित कर किया। उन्होंने बताया कि मनरेगा के तहत जिले...
More »सब्सिडी का अनोखा खेल-डॉ भरत झुनझुनवाला
वित्त मंत्री ने मन बनाया है कि लाभार्थी को सब्सिडी नगद रूप में दी जाए. वित्त मंत्री के मंतव्य का स्वागत किया जाना चाहिए. गरीब के नाम पर उच्चवर्ग और कंपनियों को पोषित करना उचित नहीं. हमारे धर्मग्रंथों में भी गरीब को नगद देने की बात कही गयी है. सरकार द्वारा डीजल, यूरिया, खाद्यान्न आदि पर सब्सिडी दी जा रही है. आम आदमी समझता है कि इससे उसे राहत मिल रही...
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