SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 5902

प्रदूषित शहरों की सूची के बाद डब्ल्यूएचओ ने दी यह बड़ी सलाह

नयी दिल्ली : विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र के देशों से प्रदूषण की समस्या पर सक्रियता से ध्यान देने का आह्वान किया और कहा कि हर साल दुनियाभर में घर के अंदर और बाहर के वायु प्रदूषण के कारण होने वाली 70 लाख समयपूर्व मौतों में से 34 प्रतिशत मौतें इस क्षेत्र में होती हैं. संगठन ने यह बात ऐसे समय कही जब उसकी एक रिपोर्ट...

More »

उत्तर भारत में आंधी-तूफान: अब तक 89 की मौत, बढ़ सकता है आंकड़ा

लखनऊ/जयपुर/कोलकाता/रांची : बुधवार की देर शाम आयी आंधी और बारिश ने एक बार फिर से उत्तर प्रदेश और राजस्थान में जमकर तबाही मचायी है. जहां जबर्दस्त आंधी की चपेट में आकर राजस्थान में 24 लोगों की मौत हुई, वहीं उत्तर प्रदेश में 50 से ज्यादा लोगों की मौत की खबर है. आगरा में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है. अभी तक केवल आगरा में ही 36 लोगों की...

More »

कठोरतम कानून न्याय का पर्याय नहीं--- निशा नाग

कठुआ और उन्नाव की बलात्कार की घटनाओं को लेकर फैले जन-आक्रोश के बीच ऐसे मामलों में फांसी की सजा दिए जाने की मांग को एक लोकप्रिय मांग बना दिया गया। इस दबाव का नतीजा यह हुआ कि बारह वर्ष से कम उम्र के बच्चियों के साथ बलात्कार पर फांसी के प्रावधान वाला अध्यादेश केंद्र सरकार ने जारी कर दिया। यह अध्यादेश राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद लागू हो चुका है।...

More »

यहां कान्वेंट स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूल में पढ़ने आते हैं बच्चे

तुलाराम भोई, महासमुंद। सरकारी स्कूलों से बच्चों को निकालकर कान्वेंट स्कूलों में भर्ती कराना आम बात है लेकिन यदि हम आपसे कहें कि एक सरकारी स्कूल ऐसा भी है जहां निजी स्कूल छोड़कर बच्चे पढ़ रहे हैं तो आपको शायद यकीन नहीं होगा। छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिला अंतर्गत पिथौरा ब्लॉक स्थित भैरोपुर गांव में है यह प्राथमिक शाला। यह कमाल और कोई नहीं, यहां के एक शिक्षक भोजराज प्रधान ने किया...

More »

न्याय की वेदी पर खंड-खंड पाखंड - भवदीप कांग

अपने आश्रम में एक नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में आसाराम को जोधपुर कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुना दी है। यह वही आसाराम है, जिसका कभी बड़ा रसूख हुआ करता था। अपने इसी रसूख के दम पर उसने एक बार यहां तक कि गुजरात की तत्कालीन मोदी सरकार को गिराने की धमकी भी दे डाली थी। यूं देखा जाए तो राजनीतिक प्रश्रय की वजह से ही कथावाचक आसाराम के...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close