-जनज्वार, हरियाणा और पंजाब के किसानों के सामने इस बार गेहूं की कटायी आफत बन गयी है, क्योंकि फसल काटने का 60 प्रतिशत काम प्रवासी मजदूर ही करते थे। लगभग एक अप्रैल से गेहूं की कटाई शुरू हो जाती है, मगर इस बार लाॅकडाउन की वजह से 9 अप्रैल के बाद भी कटाई की तैयारी नहीं हुई है। पंजाब कृषि विभाग के अधिकारियों के अनुसार 5 लाख हेक्टेयर और हरियाणा के कृषि...
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पहले कर्फ्यू और अब लॉकडाउन, जम्मू-कश्मीर के सेब, केसर और चेरी किसानों का क्या होगा?
-गांव कनेक्शन, "सेब के पेड़ों के बीच ही बड़ा हुआ हूं। जब से जानने लायक हुआ, तब से यही काम कर रहा हूं। हमारी कई पीढ़ियां इसी में खप गईं। नुकसान तो पिछले साल से ही हो रहा है, क्या करें, कुछ और कर भी तो नहीं सकते। हमारी किस्मत में यही सब लिखा है," जम्मू कश्मीर के जिला कुपवाड़ा में रहने वाले इम्तियाज यारू (55) कहते हैं। लॉकडाउन की वजह...
More »राहत पैकेज के हकदार किसान भी
-आउटलुक, “किसानों को राहत पैकेज की दरकार है। मध्य वर्ग के लिए ईएमआइ में छूट दी जा सकती है तो किसान तो उससे ज्यादा के हकदार हैं” देश और दुनिया कोरोनावायरस के संक्रमण से फैलने वाली कोविड-19 महामारी का सामना कर रही है। यह महामारी ऐसे समय फैली है जब देश का किसान खेतों में तैयार रबी की फसल की कटाई के लिए इंतजार कर रहा है। अनुमान है कि इस साल...
More »लॉकडाउन की वजह से बाजार नहीं जा पा रहे किसान, खेतों में सड़ रहीं सब्जियां
-गांव कनेक्शन, बाराबंकी (उत्तर प्रदेश)। "अखबारों और टीवी पर और लोगों से सुनता हूं कि जब से कोरोना वायरस को लेकर देशभर में लॉकडाउन घोषित किया गया है तब से हरी सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं, लेकिन हमारी खेतों में लगी हरी सब्जी तो बेकार हो रही है। लॉकडाउन के पहले हमें पैसे मिलते थे, अब कोई पूछने वाला नहीं है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से लगभग 40 किमी...
More »फ़सल कटाई पर लॉकडाउन! किसान भूख से मरे या करोना से!
-मीडियाविजिल, महोबा के गांव पराखेरा के अच्छेलाल ने हर साल की तरह इस बार भी अपने खेत में गेहूं और मसूर की फसल बोई थी. इस बार फसल अच्छी होने से उम्मीद थी कि मुनाफा ज्यादा होगा. अब हालात ये हैं कि साल भर की जरूरत का अनाज भी मिल पाएगा, कहना मुश्किल है. वे बताते हैं कि आधे से ज्यादा फसलें बारिश की वजह से खराब हो गईं और बची-खुची...
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