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किराए की कोख और कानून-- सुधा सिंह

सरोगेसी विधेयक पर हर तरह की राय आ रही है। अन्य देशों का हवाला दिया जा रहा है जहां सरोगेसी पर पाबंदी है, विशेषकर यूरोपीय देशों का। मोटे तौर पर सरोगेसी दरअसल ऐसे दंपति को संतान का सुख देने का जरिया है जहां स्त्री किसी कारण से गर्भधारण नहीं कर सकती, लेकिन जिन्हें अपनी जैविक संतान, कुछ समान जिनेटिक गुणों के साथ, चाहिए। ऐसे में महिला का अंडा और...

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लाखों नवजातों की जान बचा रहे ये 'मिल्क बैंक'

नई दिल्ली/मुंबई। देश में पहली बार पुणे में मां का दूध संकलित कर जरूरतमंद शिशुओं तक पहुंचाने के लिए फ्लाइंग स्क्वाड की शुरुआत हुई है। विश्व स्तनपान सप्ताह के पहले दिन शुरू हुआ यह स्क्वाड घर-घर जाकर मांओं का दूध एकत्रित करेगा। दरअसल, बीते कुछ समय में देशभर में मांओं का दूध एकत्र करने का चलन बढ़ा है। कुछ निजी व सरकारी अस्पतालों में 'ह्यूमन मिल्क बैंक' शुरू होने के बाद...

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देह पर कब्जा और पुन:प्राप्ति-- सुजाता

किसी मनुष्य के व्यक्ति होने के लिए सबसे अहम बात है कि उसके देह और मन या आत्मा को दो फांक करके अलग न कर दिया जाये. देह और चित्त की एकाग्रता किसी मनुष्य को उसके अस्तित्व और गरिमा के एहसास के लिए बेहद जरूरी है. एक ऐसे मनुष्य की कल्पना कीजिए, जिसके पास एक मन है, जिसे मारते रहना है और एक देह है, जिसके बारे में हर निर्देश...

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भारत के 50 फीसदी बच्चे स्टंटिंग अर्थात बौनेपन के शिकार: यूनिसेफ

क्या आप इस तथ्य से अवगत है कि भारत में 5 वर्ष की आयु सीमा के लगभग 50 फीसदी बच्चे बौनेपन अर्थात स्ट्नटिंग के शिकार है?यानी स्टंटिंग की समस्या के कारण उनका विकास अवरू़द्ध हो रहा है। अगर आंकड़ो की भाषा में कहा जाये तो लगभग 54 मिलियन बच्चे जो कि कनाडा और नीदरलैंड की सयुक्त जनसंख्या के बराबर है। निश्चित रूप से खतरे की घंटी है। लेकिन इन आंकड़ो के...

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भारत में विकसित नयी वैक्सीन की दुनियाभर में सराहना..

रोटावायरस डायरिया भारत सहित कई देशों में नवजात शिशुओं और बच्चों की मौत का एक प्रमुख कारण है. भारत में हर साल करीब नौ लाख बच्चों को इसके कारण अस्पतालों में भर्ती करना पड़ता है, जिनमें से 80 हजार से एक लाख बच्चों की मृत्यु हो जाती है. लेकिन, इससे बचाव की विदेशी दवाएं इतनी महंगी थीं कि हर किसी के लिए उसका सेवन करना आसान न था....

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