रायगढ़, नईदुनिया न्यूज। मोर दू ठन लईका हे, बड़का लईका हा 6 साल के हो गिस हे। ओला स्कूल में भर्ती कराय बर मोर कना पैसा नी हे। मोर पति के कमाई में हमर घर चलत रहिस, दू साल ले ओहर एक रूपया नी कमाथे जेकर खातिर हमन ला भूखा रहे ला पड़थे। अपन समस्या ला लेके हमन कई बार विधायक, एसपी अउ कलेक्टर के पास भेंट होयेन, लेकिन हमर...
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मुर्गी दान से गरीबी दूर करने में जुटे Microsoft CEO बिल गेट्स और पत्नी
गरीबी न सिर्फ भारत में है बल्कि दनिया के कई देश ऐसे हैं जहां के लोगों को दो वक्त की रोटी भी मुश्किल से नसीब होती है। ऐसे में आर्थिक रूप से कमजोर तबके की मदद करने के लिए सॉफ्टवेयर की दुनिया के जाने-माने दिग्गज बिल गेट्स अब ने नायाब पहल शुरु की है, जिसके जरिए लोगों की गरीब दूर हो सकती है। जी हां, माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के फाउंडर बिल गेट्स...
More »डाकघर बैंकिंग की मुश्किलें-- सतीश सिंह
रिजर्व बैंक ने भारतीय डाक को भारतीय पोस्ट पेमेंट बैंक (आइपीपीबी) या भुगतान बैंक का लाइसेंस दे दिया है। केंद्र सरकार ने भी आइपीपीबी शुरू करने की मंजूरी दे दी है। वर्ष 2017 के मार्च में यह बैंक खुल जाएगा और सितंबर, 2017 से काम करना शुरू कर देगा। अभी आइपीपीबी को साढ़े छह सौ शाखाएं खोलने की इजाजत मिली है। इसके लिए साढ़े तीन हजार नए कर्मचारियों की भर्ती...
More »सिमटते सहारे-- रवि राठौर
यों कमजोर और कम संख्या वाले समुदायों की सुविधा-असुविधा का खयाल रखने को समाज अपनी प्राथमिकता नहीं मानता, लेकिन हाशिये पर मौजूद लोग भी इसी समाज और व्यवस्था का हिस्सा होते हैं, जिनकी जरूरतें आधुनिकता की चकाचौंध में कई बार दरकिनार कर दी जाती हैं। मौजूदा दौर को मोबाइल क्रांति का युग माना जा रहा है और यह धारणा आम है कि एक गरीब व्यक्ति भी आज मोबाइल का उपयोग...
More »खतरे का खाद्य
खाने-पीने की चीजों को लेकर होने वाले अध्ययन अमूमन अब तक डिब्बाबंद खाद्य पदार्थ, पित्जा-बर्गर जैसे दूसरे फास्ट फूड या फिर ठंडे पेय पर केंद्रित रहे हैं। अब सीएसई यानी दिल्ली स्थित गैर-सरकारी संगठन विज्ञान एवं पर्यावरण केंद्र के ताजा अध्ययन ने जिस तरह ब्रेड में कैंसर जैसी घातक बीमारी के तत्त्व पाए जाने का खुलासा किया है, वह ज्यादा बड़ी चिंता की वजह है। दूसरे डिब्बाबंद खाद्य के मुकाबले...
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