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प्रखंड स्तर पर होंगे फार्म मशीनरी बैंक

पटना जोत का रकबा घटने के कारण अधिकतर किसान कृषि यंत्रों की खरीद करने की स्थिति में नहीं हैं। कृषि यंत्रों में खराबी होने पर मरम्मत अलग समस्या है। इन सभी समस्याओं के निराकरण के लिए प्रत्येक जिले में फार्म मशीनरी बैंक खोले जायेंगे। इसको व्यवसाय के रूप में संचालित किया जायेगा। राशि की व्यवस्था राष्ट्रीय कृषि विकास योजना से से होगी। बिहार से ही उम्मीद पैदावार में वृद्धि के लिए राष्ट्रीय कृषि...

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दो किशोरों को 1200 रुपये में बेच दिया

लुधियाना, जागरण संवाददाता। चार दिन पहले गायब हुए दो दोस्तों में से एक तो शुक्रवार की सुबह घर पहुंच गया, जबकि उसके दोस्त को पुलिस की सहायता से परिजनों ने जीरा के एक किसान के चगुंल से छुड़ाया। मामला पंजाब में लुधियाना जिले की है। दूसरे प्रदेश के एक व्यक्ति ने दोनों को बारह सौ रुपये में जीरा के किसान को बेच दिया था। शुक्रवार सुबह करीब नौ बजे अपने घर पहुंचे रोशन...

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सहकारी सभाओं पर पंजाब माडल अपनाएगा पूरा देश- तेजिंदर सिंह सहगल

देश के कई राज्य जल्द ही मल्टीपर्पस (बहुद्देश्यीय) सहकारी सभाओं के मामले में पंजाब के तर्ज पर काम करते नजर आएंगे। देश की सहकारी संस्थाओं के प्रमुख प्रतिनिधियों व केंद्र सरकार के सहकारी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी पिछले सप्ताह अपने पंजाब दौरे के दौरान यहां प्राइमरी कृषि सहकारी सभाओं को मल्टीपर्पस सहकारी सभाओं के रूप में बदले माडल से काफी प्रभावित हुए। उल्लेखनीय है कि पंजाब ने अपनी सहकारी सभाओं को अधिक उपयोगी बनाने...

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मनरेगा कार्य में जेसीबी एवं ट्रैक्टर का उपयोग

मरकच्चो (कोडरमा)। सरकार के लाख कोशिशों के बाद भी मनरेगा के तहत मजदूरों को रोजगार मुहैया नहीं हो पा रही है और योजनाओं में मशीनों का धड़ल्ले से उपयोग किया जा रहा है। प्रखंड मुख्यालय मरकच्चो से मात्र 6-7 किमी की दूरी पर पपलो पंचायत के ललकापानी में लगभग 1.73 लाख की लागत से योजना संख्या 1, 2009-10 मनरेगा द्वारा बन मिट्टी-मोरम सड़क का निर्माण किया जा रहा है। उक्त सड़क निर्माण में जेसीबी तथा...

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हाले-सितम बयान किए और रो पड़े

सिलीगुड़ी [कार्यालय संवाददाता]। बात उन बच्चों की है, जो चाय बागानों से प्रधान नगर स्थित स्कूलों में लाए जा रहे। कई किलोमीटर का सफर और सवारी ट्रैक्टर से लगी डिब्बानुमा जालीदार ट्राली। यानि कि 'जेलगाड़ी'। इस आलम में मासूम बिलबिला रहे। ट्राली के भीतर न बैठने के लिए सीट है, न पकड़ने के लिए हत्था। एक-दूसरे से धक्के खाते बच्चे भीतर गिरते-पड़ते स्कूल पहुंचते हैं। तब तक उनकी हालत मरियल हो चुकी होती है। जाली...

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