SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 212

पदयात्रा, पंचायत और पैंतरेबाजी- (रिपोर्ट अतुल चौरसिया, तहलका)

कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी की हालिया पदयात्रा का एक मकसद साफ है, यह किसानों के हितों से ज्यादा चुनावी हितों को समर्पित थी. लेकिन राजनीति के ऐसे दौर में जब नेता गाड़ियों-बंगलों के बाहर झांकना ही नहीं चाहते, क्या उनकी यात्रा को सिर्फ अवसरवादी कहकर नकार दिया जाए? अतुल चौरसिया की रिपोर्ट पदयात्राएं और रथयात्राएं बहुत उत्पादक होती हैं. चुनावी शुभ-लाभ के लिहाज से. अतीत इसका दस्तावेज है. जिन लोगों ने...

More »

बोल मेरी पत्ती, कितने फल- वीरेन पराशर

बागबानी का राज पत्ती में छिपा है। अब एक पत्ती का परीक्षण बता देगा कि फसल कैसी होगी। बागबान फलदार पौधे की पत्ती के सहारे अच्छी पैदावार हासिल कर सकते हैं। एक छोटे से परीक्षण से पौधे फलों से लदे मिलेंगे। उद्यान विभाग की इस सुविधा का लाभ लेने का यह उचित समय है। इसकी प्रक्रिया बेहद सरल है। परंपरागत तरीके में बदलाव कर बागवानों के लिए यह...

More »

धरती से 60 करोड़ लोगों का वजूद मिटने की रफ्तार बढ़ी, 21वीं सदी तक आएगा खतरा

लंदन. दुनिया की 60 करोड़ की आबादी का वजूद 21 वीं सदी की शुरुआत तक मिट सकता है। इसकी वजह है ग्लोबल वॉर्मिंग (धरती का बढ़ता तापमान)। ग्लोबल वॉर्मिंग के चलते इस समय समुद्र का स्तर पिछले 2,100  सालों में सबसे ज़्यादा तेजी से बढ़ रहा है और 21 वीं सदी तक समुद्र में पानी का स्तर 190 सेंटी मीटर तक बढ़ने की आशंका है। वैज्ञानिकों का दावा है कि समुद्र का...

More »

ओलों से बर्बाद फसल का मुआवजा नहीं

जयपुर. ओलावृष्टि से प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बड़े पैमाने पर नष्ट हुई फसलों के बाद प्रभावित किसानों की मदद करने में कृषि विभाग ने हाथ खड़े कर दिए हैं। मौसम बीमा योजना में ओलावृष्टि से हुए नुकसान पर मुआवजे का प्रावधान नहीं होने से प्रभावित किसानों को कोई राहत नहीं मिल पाएगी। सरकार ने पिछले साल मौसम आधारित फसल बीमा योजना लागू की थी। इस योजना में अतिवृष्टि, सूखा, तापक्रम और...

More »

खेती ने भी किया वातावरण प्रदूषित

लुधियाना। बेशक वाहनों के धूएं और इंडस्ट्री को पर्यावरण प्रदूषित करने के लिए सर्वाधिक जिम्मेदार ठहराया जाता हो लेकिन खेती भी प्रदूषण बढ़ाने में पीछे नहीं है। जंगलो की कटाई एवं भूमि का खेती के लिए उपयोग बीते डेढ़ दशक में पर्यावरण प्रदूषित करने का बड़ा कारण बना है। विकासशील देशों का हिस्सा इसमें ज्यादा है। कुछ ऐसी ही चीजों पर विचार किया पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी (पीएयू) में पहुंचे वैज्ञानिकों ने।...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close