रूरल वॉइस, 19 अप्रैल चालू चीनी वर्ष (2022-23) में उत्पादन घटने की आशंका सच साबित होने लगी है। चीनी का कुल उत्पादन करीब 18 लाख टन घट गया है। देश के सबसे बड़े चीनी उत्पादक राज्य महाराष्ट्र और तीसरे बड़े उत्पादक कर्नाटक के उत्पादन में बड़ी गिरावट की वजह से यह स्थिति बनी है। पिछले वर्ष के मुकाबले महाराष्ट्र में 21.5 लाख टन की भारी गिरावट दर्ज की गई है, जबकि...
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पी.वी. सतीश : लीक से हटकर लकीर खींचने वाले शख्स
बिना शोरगुल मचाए उसने काम किया। न काम का श्रेय लिया; बस अपने हिस्से का काम किया। और एक दिन इस दुनिया को अलविदा कह दिया। उनका जाना भी खामोशी की तहों में छिप गया। लेकिन, पहले भी उनका काम बोल रहा था और आज भी उनका काम बोल रहा है। पी.वी. सतीश; पेरियापटना वेंकटसुब्बैया सतीश। आपकी पैदाइश सन् 1945 के जून महीने की है। जन्म, कर्नाटक के मैसूर जिले के खाते–पीते...
More »बंगाल-बिहार समेत कई राज्य लू की चपेट में तथा उत्तर के इन हिस्सों में ओलावृष्टि के आसार
डाउन टू अर्थ, 17 अप्रैल मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ मध्य स्तरों पर पछुआ हवाओं में बना हुआ है। वहीं उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे पंजाब के निचले स्तरों में एक चक्रवाती प्रसार पर बना हुआ है। निचले स्तरों पर दक्षिण मध्य महाराष्ट्र से तमिलनाडु तक रुक-रुक कर हवाएं चल रही है। उपरोक्त मौसम संबंधी गतिविधियों को देखते हुए मौसम विभाग ने आज यानी 17 अप्रैल को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख,...
More »पुश्तैनी रोजगार को बचाने में उपयोगी बन रही सौर ऊर्जा, आगे बढ़ाने के लिए सरकारी मदद जरूरी
मोंगाबे हिंदी, 20 मार्च आधा अक्टूबर करीब-करीब बीत चुका था। 44 साल के कुम्हार रघुराम कुलाल चाक पर मिट्टी का घड़ा बनाने में व्यस्त थे। किसी पारंगत कुम्हार की तरह उनकी उंगलियां तेजी से गीली मिट्टी को नया आकार दे रही थीं। लेकिन एक चीज ऐसी थी जो उनके सामने चल रहे चाक को पुराने चाक से अलग करती थी। उनका चाक सौर ऊर्जा से चल रहा था। कुलाल का घर कर्नाटक...
More »पोषक अनाजों की खेती:- वर्तमान और भविष्य
पोषक अनाजों की अहमियत को समझते हुए भारत सरकार ने खाद्य और कृषि संगठन के सामने एक प्रस्ताव रखा था। नतीजन पूरी दुनिया, वर्ष 2023 को, अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष के रूप में मना रही है।भारत,दुनिया में पोषक अनाजों का सबसे बड़ा उत्पादनकर्ता है। साल 2020 में विश्व के कुल उत्पादन में भारत की हिस्सेदारी करीब 41 फीसदी के आस–पास थी। पढ़िए इस लेख में पोषक अनाजों पर विस्तार से; प्राचीन...
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