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दुनिया में मलेरिया कितना बड़ा खतरा है ?

सन् 1799 की बात है। चौथे आंग्ल–मैसूर युद्ध में ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना ने टीपू सुल्तान को हरा दिया। हार के बाद राजधानी श्रीरंगापट्टनम पर विलायती सेना का कब्जा हो गया, सैनिक श्रीरंगापट्टनम के किले में बस गए। लेकिन कुछ वक्त बाद वहां पर सिपाही बीमार पड़ने लगते हैं। बीमारी के डर से राजधानी को बैंगलोर ले जाया जाता है फिर भी बीमारी पीछा नहीं छोड़ती है। बीमारी का...

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गहराते वायु प्रदूषण से महिलाओं में बढ़ा एनीमिया का खतरा, जल्द कदम उठाने की जरूरत

मोंगाबे हिंदी, 19 दिसंबर अगर भारत साफ-सुथरी हवा और ऊर्जा के लक्ष्यों को पूरा करता है तो इससे कई तरह के फायदे होंगे। एक लाभ यह होगा कि प्रजनन वाली आयु की महिलाओं में एनीमिया के प्रसार को काफी हद तक कम किया जा सकेगा। एक अध्ययन में यह जानकारी सामने आई है जो महिलाओं में खून की बहुत ज़्यादा कमी और उनके अति सूक्ष्म कणों (पीएम 2.5) के संपर्क में...

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डाउन टू अर्थ, गहन पड़ताल: लम्पी बीमारी ने बिगाड़े हालात, ग्रामीण ही नहीं शहरी भी प्रभावित

डाउन टू अर्थ, 22 नवम्बर “मरी हुई गायों को घसीटकर ट्रकों में लादा जा रहा है और रोड से होकर हड्डा रोड़ी (वह जगह जहां मृत जानवरों को फेंका जाता है) या गांव के नजदीक की खाली जमीन में डम्प करने के लिए ले जाया जा रहा है। हड्डा रोड़ी में पहले से ही मृत मवेशियों का अंबार लगा हुआ है। ट्रक मृत गाय को फेंककर लौटते हैं और दोबारा मृत...

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टीबी कब हारेगा और देश कब जीतेगा ? क्या वर्ष 2030 तक पूरी दुनिया से टीबी रोग का खात्मा हो जाएगा ?

सन् 1962 की बात है। भारत के सैनिक सीमा पर चीनी घुसपैठियों से लड़ रहे थे। तभी एक और जंग देश के भीतर शुरू की गई। यह लड़ाई तपेदिक या टीबी रोग के खिलाफ थीं। चीन से छिड़ी जंग एक महीने के समय अंतराल में अपने अंजाम पर पहुंच गई। पर देश के भीतर टीबी के खिलाफ छेड़ी गई जंग तक़रीबन 60 वर्षों के बाद भी जारी है। आज भी भारत...

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मिनटों में दाल और फल की सेहत की हो जाएगी जांच, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर ने विकस‍ित की तकनीक

 हिंदुस्तान हिंदी न्यूज, 10 अक्टूबर बाजार में ठेले पर बिकने वाला फल और किराना की दुकानों पर मिलने वाली दाल आपकी सेहत के लिए कितनी फायदेमंद है, इसकी जानकारी अब आपको बड़ी आसानी से चंद मिनट में मिल सकेगी। इसके लिए इलाहाबाद विश्वविद्यालय में भौतिकी विभाग के प्रो. केएन उत्तम ने नई तकनीक विकसित की है। यह शोध नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज (नासी) के प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय जर्नल नेशनल एकेडमी ऑफ साइंस...

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