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कैबि‍नेट ने घटाई प्‍याज की MEP, घरेलू बाजार में बढ़ सकते हैं दाम

नई दि‍ल्‍ली। कैबि‍नेट ने मंगलवार को प्याज का न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) 300 डॉलर प्रति टन से घटाकर 250 डॉलर प्रति टन कर दिया है। विदेश व्‍यापार महानि‍देशालय (डीजीएफटी) के नोटि‍फि‍केशन के मुताबि‍क, एमईपी की नई दरों को तत्‍काल प्रभाव के साथ लागू कर दि‍या गया है। इस कदम का मकसद प्याज के निर्यात को बढ़ावा देना है और घरेलू कीमतों में भारी गिरावट को रोकना है ताकि‍ कि‍सानों को...

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अल नीनो की संभावना 50 फीसदी, कमजोर मानसून का डर

नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग ने भी अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया की मौसम एजेंसियों के अनुमान को पुख्ता करते हुए कहा कि इस साल अल नीनो की संभावना 50 फीसदी है। जिसके कारण जून से शुरु हो रहे मानसून सीजन में बारिश प्रभावित हो सकती है। मौसम विभाग में लंबी अवधि के लिए पूर्वानुमान करने वाली टीम के प्रमुख डी शिवानंद पई ने कहा कि प्रशांत महासागर गर्म हो रहा है। हमारे...

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एग्री इक्विपमेंट इंडस्‍ट्री पर बारिश ने फेरा पानी, 30 फीसदी तक घट सकती है सेल्‍स

नई दिल्‍ली। फरवरी, मार्च के दौरान हुई बेमौसम बारिश सिर्फ किसानों के लिए ही नहीं बल्कि एग्री इक्विपमेंट कारोबार के लिए भी बड़ी मुश्किल लेकर आई है। उत्‍तरी और उत्‍तर पश्चिमी भारत में हुई बेमौसम बारिश के बाद खड़ी हुई मुश्किल के चलते इंडस्‍ट्री को इस साल बिक्री में जबर्दस्‍त गिरावट आने की आशंका है। कृषि यंत्र कारोबारियों के अनुसार पंजाब, हरियाणा, यूपी, एमपी, राजस्‍थान, उत्‍तराखंड कुल बिक्री में करीब...

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छह नई तकनीकों से नहीं पड़ेगा जलवायु परिवर्तन का दुष्प्रभाव

एक्सक्लूसिव, रायपुर। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के कृषि वैज्ञानिकों ने प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन के लिए छह नई तकनीक ईजाद की है। कृषि वैज्ञानिकों का दावा है कि यदि इन तकनीकों का सही तरीके से इस्तेमाल किए जाए तो छत्तीसगढ़ में जलवायु परिवर्तन का दुष्प्रभाव नहीं पड़ेगा। इनमें भाटा (बंजर) भूमि विकास तकनीक, वर्षा जल संरक्षण के लिए डबरी तकनीक, उन्नत खुर्रा बोनी तकनीक, एकीकृत कृषि पद्धति तकनीक, सूखा रोधी...

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सूबे के 23 लाख किसानों को मिलेगा फसल बीमा का लाभ

पटना: इस वर्ष राज्य में 23 लाख किसानों ने फसल बीमा कराया है. कितने किसानों को इसका लाभ मिलेगा. इसका फिलहाल आकलन किया जा रहा है. करीब एक महीने बाद इसकी रिपोर्ट तैयार होने की संभावना है. इसके बाद किसानों को बीमा की राशि का भुगतान देने की प्रक्रिया शुरू होगी. पिछले साल 18 लाख 60 हजार किसानों को फसल बीमा योजना में शामिल किया गया था. इनमें 16 लाख किसानों...

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