SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 485

वास्तविक विकास तो त्रिपुरा में हुआ है- सुभाषिनी अली सहगल

पिछले महीनों में कई बार देश के सबसे छोटे और गरीब राज्य त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार के बारे में प्रसार माध्यमों द्वारा प्रशंसा की गई। हाल में उनकी पत्नी पांचाली की सादगी को लेकर भी, जो एक सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी हैं और अब ट्रेड यूनियन में काम कर रही हैं, लेख प्रकाशित हुए हैं। कम्युनिस्ट नेताओं की कड़ी आलोचना अधिक छपती है। यह आलोचना ज्यादातर इस बात को लेकर...

More »

रंगपो के नजदीक भीषण भूस्खलन

सिलीगुड़ी: सिक्किम के रंगपो के निकट भोटेबीर में गुरुवार तड़के भूस्खलन की भयानक घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गयी, जबकि पांच अन्य घायल हो गये. यह घटना सिलीगुड़ी से करीब 75 किलोमीटर दूर एनएच-10 सड़क पर घटी है. प्राप्त जानकारी के अनुसार, भोटेबीर के निकट ग्रेफ द्वारा सड़क निर्माण का काम किया जा रहा है. दुर्घटनास्थल रंगपो से सात किलोमीटर दूर है. स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के...

More »

किसानों के दर्द से व्यवसायियों के सम्मान में चोट

अंबिकापुर(निप्र)। सरगुजा में सब्जी उत्पादक किसानों द्वारा संगठन बनाए जाने एवं स्वयं सब्जी बेचने के निर्णय से किसानों एवं थोक कारोबारियों में टकराव की स्थिति निर्मित हो गई है। सब्जी उत्पादक किसानों द्वारा मांगों,समस्याओं के निराकरण के लिए नवगठित संगठन बनाए जाने एवं थोक कारोबारियों द्वारा शोषण को लेकर किसानों का दर्द उठाए जाने पर थोक कारोबारियों के सम्मान व स्वाभिमान में चोट पहुंची। नतीजा यह हुआ कि बुधवार को...

More »

आम आदमी को नहीं मिली राहत----भरत झुनझुनवाला

एनडीए सरकार का दूसरा वर्ष समाप्त होने को है। यूं तो सरकार की दिशा निर्धारित हो चुकी है। फिर भी नये वर्ष में दिशा परिवर्तन की जरूरत दिखाई पड़ती है। एनडीए के पहले कार्यकाल का विवेचन करने के पहले वर्तमान चुनौती कुछ स्पष्ट हो जाती है। वाजपेयी सरकार ने कम से कम चार महान उपलब्धियां हासिल की थीं। भारत को परमाणु शक्ति बनाया था, कारगिल युद्ध को जीता था, इनफारमेशन...

More »

उत्तर प्रदेश में भुखमरी का जिम्मेदार कौन?-- ज्यां द्रेज

बुंदेलखंड, या कहें कि यूपी वाले बुंदेलखंड से आ रही खबरें बहुत डरावनी हैं. योगेंद्र यादव के नेतृत्व में स्वराज अभियान के तहत कराए गए एक रैपिड सर्वे के साक्ष्य कहते हैं कि इलाका अकाल की दशा की तरफ बढ़ रहा है. मसलन, सर्वेक्षण में नमूने के तौर पर चुने गए 38 प्रतिशत गांवों में बीते आठ महीने में भुखमरी या कुपोषण से एक ना एक व्यक्ति की मौत हुई है. ग़रीब...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close