पटना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि गौरवशाली अतीत के बावजूद विकास के मामले में बिहार के साथ हमेशा भेदभाव होता रहा। भारत को यदि विकसित राष्ट्र बनना है तो बिहार का विकास अपरिहार्य है। मंगलवार को यहां आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद, डा.शकील अहमद, सांसद शिवानंद तिवारी, शत्रुघ्न सिन्हा, माले महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य, मुचकुंद दुबे, पुलिस महानिदेशक आनंद शंकर, रजी अहमद ने...
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स्कूलों में आपदा प्रबंधन के गुर सीखेंगे बच्चे
पटना पटना जिले के माध्यमिक विद्यालयों में बच्चों को ग्लोबल वार्निग और आपदा प्रबंधन के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसके लिए जिला स्तर पर तैयारी की जा रही है। प्रशिक्षकों के माध्यम से कक्षाओं में प्राकृतिक आपदा से बचाव संबंधी टिप्स बच्चों को बताया जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार ने समुदाय आधारित आपदा प्रबंधन योजना निर्माण संबंधी मार्गदर्शिका तैयार की है। प्राकृतिक आपदा जैसे-बाढ़, बादल फटना, आकस्मिक स्थानीय बाढ़,...
More »हर पंचायत को मिलेंगे ट्यूबवेल कनेक्शन
अंशकालिक प्रतिनिधि, तरनतारन : मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने ऐलान किया कि राज्य की पंचायतों को तत्काल ट्यूबवेल कनेक्शन मुहैया करवाएंगे जाएंगे। अंतरराष्ट्रीय सीमा के उन किसानों को तुरंत कनेक्शन मिलेंगे, जिनकी जमीन कंटीली तार की चपेट में आती है। वह सोमवार को गांव भूरा कोहना में संत करतार सिंह के जन्मदिवस पर आयोजित जोड़ मेले को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसानों से केंद्र का रवैया इतना...
More »सालाना सौ करोड़ निवेश करेगी सरकार
पटना। मुख्यमंत्री कन्या सुरक्षा योजना पर सरकार सालाना सौ करोड़ रुपये निवेश करेगी। योजना के पहले वर्ष की उपलब्धि के मौके पर बुधवार को स्थानीय एसके मेमोरियल हाल में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री ने यह बात कही। राज्य सरकार, यूटीआई म्युचुअल फंड तथा महिला विकास निगम की देखरेख में चलने वाली इस योजना का लाभ बीपीएल परिवारों को मिलता है। बच्चियों के जन्म के बाद उनके नाम से दो हजार...
More »भीलवाड़ा सोशल ऑडिट के सबक
३८१ ग्राम पंचायत, लगभग १६०० गांव और डेढ लाख से भी अधिक ग्रामीणों से रूबरू होते हुए भीलवाड़ा जिले में १ अक्तूबर से प्रारंभ हुआ सामाजिक-अंकेक्षण अभियान गुजरे १२ अक्तूबर को सामाप्त हुआ तो नरेगा और सूचना के अधिकार से जुड़ी कई सच्चाइयों से पर्दा उठा। सामाजिक अंकेक्षण के लिए कुल १३५ टोलियां निकली थीं और हर टोली में थे १५-१५ प्रशिक्षित सदस्य। ३८१ ग्राम पंचायतों की पदयात्रा के बाद...
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