महंगाई के दौर में कल्पना भी नहीं की जा सकती है कि कोई सरकारी स्कूल में 35 रुपये माहवारी पर काम कर रहा होगा। लेकिन इस सच्चाई के जीते- जागते उदाहरण हैं सारमारा जूनियर निम्न बुनियादी विद्यालय के रात्रि प्रहरी अतुल चंद्र बाउरी। अतुल चंद ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अपनी व्यथा बताते हुए मदद की गुहार लगायी है। 56 वर्षीय अतुल चंद्र नाकरासोता हरिबोल मंदिर के निकट रहते हैं। वे...
More »SEARCH RESULT
शिक्षा मित्र बनेंगे 426 आचार्य
रोजगार छिनने के बाद सड़कों पर लंबे अरसे से संघर्षरत 426 शिक्षा आचार्यो पर आखिरकार सरकार मेहरबान हो गई है। इन्हें शिक्षा मित्र के रूप में स्कूलों में नियुक्ति का तोहफा दिया गया है। शिक्षा सचिव मनीषा पंवार ने सोमवार को इस संबंध में शासनादेश जारी किया। प्रदेश में लंबे अरसे से चल रहे शिक्षा गारंटी केंद्रों के बंद होने और उन्हें अपग्रेड कर प्राइमरी स्कूल बनाने से सैकड़ों शिक्षा आचार्य...
More »आंगनबाड़ी केंद्र की छत गिरी, 6 बच्चियां और एक महिला दबी
ढांड (कैथल). एक पुराने मकान में चलाए जा रहे आंगनबाड़ी केंद्र की छत गिरने से छह बच्चियां और एक महिला नीचे दब गईं। इनमें से एक बच्ची की मौत हो गई और तीन बच्चियां गंभीर रूप से घायल हैं। हादसा ढांढ के गांव कौल के बोला पट्टी मोहल्ले में हुआ। प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री गीता भुक्कल ने हादसे के बाद सीडीपीओ, प्रोग्राम अधिकारी एवं सुपरवाइजर को निलंबित कर दिया है।...
More »राशन पर सरकारी डाका -- प्रशांत कुमार दुबे
सरकार अब राशन में खाद्यान्न की जगह नकद भुगतान करने जा रही है. इसका पायलट फेज दिल्ली की दो बस्तियों में प्रारंभ भी कर दिया गया है. सरकार के इस कदम के बाद यह कहना गलत नहीं होगा कि सरकार अपनी संवैधानिक प्रतिबद्धता को भी समाप्त करने की कोशिश कर रही है. हालांकि सार्वजनिक वितरण प्रणाली को कमजोर करने की साजिश तो वर्ष 1991 के बाद से ही शुरु हो...
More »छत्तीसगढ़ में एसपीओ और सुप्रीम कोर्ट - कनक तिवारी
जुलाई 2011 को सुप्रीम कोर्ट के माननीय न्यायमूर्ति सेवानिवृत्त होते बी. सुदर्शन रेड्डी और सुरेन्दर सिंह निज्जर की पीठ ने ऐतिहासिक फैसला देते हुए छत्तीसगढ़ शासन के उन आदेशों को निरस्त कर दिया है, जिनके अनुसार बस्तर में नक्सलियों से निपटने के लिए विशेष पुलिस कर्मी (एसपीओ) को भरती कर मजबूर, गरीब और लगभग अशिक्षित आदिवासी युवकों के हाथों में कथित आत्मसुरक्षा के नाम पर बंदूकें थमा दी गई थीं....
More »