केंद्र और राज्य सरकारों के प्रयासों से देशभर में स्टार्टअप को बढ़ावा दिया जा रहा है. इसके अलावा अनेक उद्यमी अपने-अपने स्तरों पर स्टार्टअप्स को विस्तार देने के लिए विविध स्रोतों से निवेश हासिल कर रहे हैं. हालांकि, स्टार्टअप्स द्वारा मुहैया करायी जानेवाले सेवाओं और प्रोडक्ट की ओर लोगों के रुझान में भी दिनों-दिन वृद्धि होती दिख रही है. लेकिन, ताजा आंकड़े बता रहे हैं कि स्टार्टअप्स को हासिल होनेवाले...
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कोरबा के स्कूल में केवल एक छात्र को पढ़ाने के लिए दो शिक्षक
कोरबा, नईदुनिया न्यूज। एक सरकारी प्राथमिक शाला जहां केवल एक छात्र है और उसे पढ़ाने के लिए रोज दो शिक्षक आते हैं। इसके अलावा दो अन्य कर्मचारी भी हैं। एक बच्चे के लिए 4 कर्मचारियों का स्टापᆬ काम कर रहा। पिछले चार साल से लगातार बच्चों की संख्या घटने के बाद यह नौबत आई है। लापरवाही की हद तो यह है कि वर्ष 2014-15 के दौरान शिक्षा विभाग ने इस स्कूल...
More »मैकाले के मायाजाल से मुक्त होता देश-- आर सुकुमार
पिछले सप्ताहांत में मैं मुंबई में था। एक स्कॉलरशिप के लिए देश के प्रतिष्ठित बिजनेस स्कूलों के बेहतरीन बच्चों का इंटरव्यू लेने की खातिर मुझे बुलाया गया था। मेरे साथ इंटरव्यू-बोर्ड में दो और सदस्य थे। उनमें से एक मशहूर वैश्विक कन्सल्टिंग कंपनी के चेयरमैन थे, तो बोर्ड के दूसरे सदस्य और मैंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई साथ-साथ की है। यह अलग बात है कि उसने टॉप किया था और मेरा...
More »जरूरतमंद बच्चों को मुफ्त साइकिल दिला रहा 'साइकिल रीसाइकिल' प्रोजेक्ट
हमारे देश की एक बड़ी आबादी ऐसी है, जिसके लिए साइकिल आज भी एक शान की सवारी है. और कई लोग ऐसे भी हैं जिनके लिए सवारी का यह सबसे सस्ता माध्यम भी मयस्सर नहीं है. ऐसे ही लोगों के लिए शुरू किया गया है 'साइकिल रीसाइकिल' प्रोजेक्ट. महाराष्ट्र के रहनेवाले एक खेल पत्रकार के दिमाग की यह उपज, शहरों में रहनेवाले संपन्न तबकों के पास बेकार पड़ी साइकिलों की...
More »डोंगी से नदी पार कर पढ़ाई करने की मजबूरी
अंबिकापुर। बलरामपुर जिले के राजपुर विकासखंड के धंधापुर में महान नदी पर बने पुल के बह जाने के बाद ग्रामीणों के साथ स्कूली बच्चे भी चौतरफा परेशानी से घिर गए हैं। प्रशासनिक स्तर पर व्यवस्थित बोट अथवा नाव की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाने के कारण जरूरत को देखते हुए गांव वालों ने लकड़ी की डोंगी को तैयार किया है। इसी डोंगी से हर रोज ग्रामीणों के साथ दर्जनों स्कूल बच्चे जान...
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