SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 252

गुर्दा दान करनेवालों में 70% महिलाएं

देश की राजधानी दिल्ली के बड़े अस्पतालों के आंकड़े बताते हैं कि गुर्दा दान करनेवालों में लगभग 70 फ़ीसदी महिलाएं होती हैं. इनमें से ज्यादातर पत्नी या मां होती हैं. कई महिलाएं अपने पति या बेटे को नयी जिंदगी देने के लिए अपनी जान तक जोखिम में डालने से पीछे नहीं हटती हैं. सर गंगाराम अस्पताल में वर्ष 2011 में 190 मरीजों में गुर्दा प्रत्यारोपण किया गया. इनमें से 131 मामलों में...

More »

आंगनबाड़ी केंद्र की छत गिरी, 6 बच्चियां और एक महिला दबी

ढांड (कैथल). एक पुराने मकान में चलाए जा रहे आंगनबाड़ी केंद्र की छत गिरने से छह बच्चियां और एक महिला नीचे दब गईं। इनमें से एक बच्ची की मौत हो गई और तीन बच्चियां गंभीर रूप से घायल हैं। हादसा ढांढ के गांव कौल के बोला पट्टी मोहल्ले में हुआ। प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री गीता भुक्कल ने हादसे के बाद सीडीपीओ, प्रोग्राम अधिकारी एवं सुपरवाइजर को निलंबित कर दिया है।...

More »

बीड़ी पत्ते में धुआं-धुआं ज़िंदगी -- सारदा लहांगीर

“छो...छोको भूंजी लोक पतर तुड़ले लागसी भोक....” ( हम लोग गरीब भुंजिया आदिवासी, पत्ता तोड़ते हुए भूख लगती है ) नुआपाडा जिले के सीनापाली गांव में रहने वाली 55 वर्षीय पहनी मांझी को जंगल में तेदूपत्ता तोड़ते हुए जब भूख लगती है तो वो अपना ध्यान बंटाने के लिए यहीं उड़ीया लोकगीत गुनगुनाती हैं. तेंदूपत्ता अप्रैल और मई महीने की चिलचिलाती धूप में जब हम अपने वातानुकुलित कमरे में बैठे आराम फरमा...

More »

'यह वह छत्तीसगढ़ तो नहीं जिससे मुझे इतना गहरा लगाव रहा है'-- इलिना सेन

- इलिना सेन (सामाजिक कार्यकर्ता और डॉ बिनायक सेन की पत्नी ) आज, एक तरफ मैं बहुत खुश हूं और राहत की सांस ले रही हूं कि इस कठिन परीक्षा का यह हिस्सा लगभग समाप्त हो गया है. वहीं दूसरी ओर मैं बहुत बेचैन भी हूं- हमने देखा है कि राज्य का व्यवहार कितना शत्रुतापूर्ण रहा है. लेकिन हमने जिस तरह का जीवन बिताया है, न तो उसके बारे में कोई...

More »

महिला सशक्तिकरण का यक्ष प्रश्न- डॉ. ऋतु सारस्वत

नई दिल्ली [डॉ. ऋतु सारस्वत]। भारत अपनी स्वतंत्रता के छह दशक बिता चुका है और इन वर्षो में भारत में बहुत कुछ बदला है। विश्व के सबसे मजबूत गणतंत्र में सभी को अपनी इच्छा से जीने, सोचने और अपने विचारों को अभिव्यक्त करने की स्वतंत्रता मिली है, जिसका हम उपभोग भी कर रहे हैं। हालाकि एक वर्ग ऐसा भी है जो आज भी इस सुखानुभूति से वंचित है और वह...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close