कल्पना करें कि हम एक ऐसे राष्ट्र के नागरिक हैं, जिसने अभी-अभी आजादी हासिल की है और जिसे नया संविधान बनाना है। फिर, कल्पना करें कि हम न्यायपालिका से संबंधित अध्याय लिख रहे हैं। तब मुख्य सवाल ये उठेंगे। (1) हम न्यायपालिका की स्वतंत्रता कैसे सुनिश्चित करेंगे? (2) जज होने की पात्रता क्या होगी? (3) जजों के चयन और नियुक्ति की प्रक्रिया क्या होगी? (4) न्यायालय के अधिकार क्या होंगे,...
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SC ने जजों को चुनने का कॉलेजियम सिस्टम बरकरार रखा, सरकार का नहीं होगा रोल
नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट ने सीनियर जजों के अप्वाइंटमेंट के लिए मोदी सरकार के बनाए नए कानून को शुक्रवार को खारिज कर दिया। यानी अब सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट्स में सीनियर जजों द्वारा नए जजों को चुनने का 22 साल पुराना कॉलेजियम सिस्टम बरकरार रहेगा। सुप्रीम कोर्ट ने किस कानून को खारिज किया? मोदी सरकार ने 2014 में नेशनल ज्यूडिशियल अप्वाइंटमेंट कमीशन (NJAC) कानून बनाया था। संविधान में 99वां बदलाव कर...
More »धर्मनिरपेक्ष नेतृत्व की चुप्पी का फल-- राजदीप सरदेसाई
सुधींद्र कुलकर्णी से बहुत पहले निखिल वागले और आपके इस मामूली स्तंभकार जैसे कई लोग शिवसेना के शिकार बन चुके हैं। 1991 में शिवसेना ने भारत-पाक क्रिकेट शृंखला के विरोध में वानखेड़े स्टेडियम का पिच खोद दिया था। मैंने इसकी कठोरतम शब्दों में आलोचना करते हुए लेख लिखा। जहां मैं काम करता था उस टाइम्स ऑफ इंडिया, मुंबई के दफ्तर के बाहर काले झंडे दिखाए गए, अपशब्द कहे गए, लेकिन...
More »डेंगू का खतरा टला नहीं, स्वाइन फ्लू वाइरस 4 महीने रहेगा सक्रिय
रायपुर। प्रदेश में डेंगू का खतरा धीरे-धीरे खत्म हो रहा है, क्योंकि पितृपक्ष, नवरात्रि में घर-घर सफाई होती है। सफाई में लार्वा मर जाते हैं, यानी ज्यादा से ज्यादा 10-15 दिन और। अब तक राजधानी रायपुर में डेंगू के 105 मरीज मिल चुके हैं। पिछले साल 8 जानें गई थीं, इस साल एक भी मौत नहीं हुई है। डेंगू खत्म हो रहा है, लेकिन ठंड के पहले ही स्वाइन फ्लू...
More »पांच फीट चौड़ी रह गयी स्वर्णरेखा, इसे बचाइए
राजधानी रांची में हरमू नदी का जीर्णाेद्धार हाे रहा है. अच्छी काेशिश है. पर दूसरी आेर झारखंड की लाइफलाइन कही जानेवाली स्वर्णरेखा नदी की स्थिति काफी खराब हाे गयी है. नगड़ी का रानीचुआं इस नदी का उदगम स्थल है. हटिया में इस नदी की चाैड़ाई पांच फीट हाे गयी है. पानी सड़ गया है. अतिक्रमण की मार भी यह नदी झेल रही है. अगर इसे नहीं बचाया...
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