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खेती की सुध कौन लेगा- धर्मेन्द्रपाल सिंह

जनसत्ता 1 अगस्त, 2014 : मौसम विभाग दावा कर रहा है कि वर्षा सामान्य से केवल दस प्रतिशत कम रहेगी। लेकिन बुआई का कीमती समय निकल जाने की भरपाई कैसे होगी, इसका जवाब उसके पास नहीं है। कृषि मंत्रालय ने एक जून से सत्रह जुलाई के बीच देश भर में धान, दलहन, सोयाबीन, कपास, मूंगफली आदि की बुआई का जो रकबा जारी किया है उसे देख कर लगता है कि इस...

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कोसी उफान पर,बिहार में बाढ़ का खतरा

पटना : कोसी नदी में बाढ़ का खतरा अभी टला नहीं है. नेपाल के भोट कोसी में बारिश और भूस्खलन के कारण आये अवरोध से पानी का दबाव और बढ़ गया है. वहां पानी की मात्रा 28 लाख क्यूसेक तक पहुंच गयी है. हालांकि, इस अवरोध को नियंत्रित विस्फोट कर सीमित मात्रा में हटाने के कारण बिहार में कोसी नदी में बहाव नियंत्रित रहा. रविवार को एक लाख 20 हजार...

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देश के 67.3 फीसदी ग्रामीण परिवारों के पास शौचालय नहीं

नयी दिल्ली : सरकार ने आज माना कि वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार, देश के करीब 67.3 फीसदी ग्रामीण परिवार आज भी शौचालय की सुविधा से वंचित हैं. पेयजल और स्वच्छता राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने आज राज्यसभा को बताया कि देश के 16.78 करोड़ ग्रामीण परिवारों में से 11.30 करोड परिवारों के पास शौचालय की सुविधा नहीं है. उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण के 69 वें सर्वेक्षण (वर्ष 2012-13)...

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अमेरिका को मोदी की खरी-खरी, देश के गरीब पहली जिम्मेदारी

नई दिल्ली। भारत और अमेरिका के सुस्त पड़े द्विपक्षीय रिश्तों में नई जान फूंकने की दोनों ओर से हो रही कवायदों के बीच डब्ल्यूटीओ में भारत के सख्त रुख ने बाधा डाल दी है। भारत ने डब्ल्यूटीओ में अमेरिका और अन्य विकसित देशों के खिलाफ तब वीटो पावर का इस्तेमाल किया है, जब खुद अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी नई दिल्ली में मौजूद हैं। शुक्रवार को केरी और अमेरिकी व्यापार...

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हाशिए पर भारतीय भाषाएं- अंजुम शर्मा

जनसत्ता 29 जुलाई, 2014 : लोकतंत्र में अगर तंत्र की भाषा लोक से भिन्न हो जाए तो यह लोकतंत्र के लिए अच्छा सूचक नहीं है। संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा में भाषाई आधार पर भेदभाव के जो आरोप सामने आ रहे हैं उनसे अंगरेजी मानसिकता की वर्चस्ववादी नीति और भारतीय भाषाओं की दुर्दशा पर एक बार फिर विचार करने की जरूरत पैदा हुई है।...

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