छतरपुर से रुमनी घोष। स्कूली परीक्षा में फेल होने पर बच्चों की खुदकुशियों से माता-पिता में खौफ में हैं। इतने खौफ में कि स्कूल पहुंचकर शिक्षकों के सामने गुहार लगाने लगे हैं कि "मास्साब, कछु न कइयो, पढ़बै सो ठीक... न पढ़ै सो ठीक। बस हमाई आंखन के सामने रओ आए।" ऐसे हालात बने हैं बुंदेलखंड में। वही बुंदेलखंड, जहां 12वीं में 75 फीसदी अंक आने के बावजूद 17 वर्षीय...
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गांवों में किफायती व गुणवत्तापूर्ण प्री-स्कूलिंग
यह बात वर्ष 2002 की है़ आइआइटी मद्रास से इंजीनियरिंग की डिग्री लेकर इनफोसिस में नौकरी कर रहे उमेश मल्होत्रा टीवी पर एक डॉक्यूमेंट्री देख रहे थे, जो ग्रामीण परिवेश में रहनेवाले बच्चों की शिक्षा से जुड़ा था़ तब उनके मन में एक विचार आया कि क्यों न ऐसे क्षेत्रों में लाइब्रेरी की शुरुआत की जाये, जिनमें बच्चे अपनी मर्जी से किताबें लेकर उन्हें पढ़ सकें. इस योजना पर...
More »स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ाने के लिए गांव-गांव पिटवाएंगे डोंडी
शाजापुर। गर्मी की छुट्टियों में मध्यान्ह भोजन दिए जाने की योजना में बच्चों की लगातार कम संख्या चिंता का सबब बन गई है। हालत यह है कि स्कूलों में बच्चे कम संख्या में पहुंच रहे हैं। बच्चों की संख्या बढ़ाने के लिए अब गांव-गांव डोंडी पिटवाए जाने के साथ ही अन्य प्रयास भी किए जाएंगे। इस वर्ष जलस्रोतों के जल्दी दम तोड़ने के चलते जिले को सूखाग्रस्त घोषित किया जा चुका...
More »बस्तर के स्कूलों में लौटने लगे हैं शिक्षक-- शुंभ्रांशु चौधरी
के. रमेश सरकारी शिक्षक हैं पर बीते छह साल से यानी जब से उनकी नौकरी लगी है वे अपने स्कूल नहीं जाते थे. हालांकि उनको महीने में 21,000 रूपये की तनख्वाह मिलती है. बस्तर में ऐसे सैकड़ों के. रमेश हैं जो झंडा शिक्षक के नाम से जाने जाते हैं. ये लोग 15 अगस्त और 26 जनवरी को अपने स्कूल में राष्ट्रीय झंडा फहराने जाते हैं. उनके झंडा फहराने के बाद नक्सली...
More »43 डिग्री तापमान से लड़कर स्कूल जा रहे बच्चे, डीहाइट्रेशन के हो रहे शिकार
रायपुर। सूरज आग उगल रहा है। पारा रिकॉर्ड तोड़ रहा है। सड़कों पर दोपहर को सन्नाटा पसर जाता है। तभी होती है स्कूल की सुबह वाली पारी की छुट्टी और लगनी शुरू होती है दूसरी पारी। बच्चों को तपती, चिलचिलाती धूप में स्कूल से घर आना पड़ता है, तो दूसरी पारी में लगने वाली कक्षाओं के लिए स्कूल जाना पड़ता है। बच्चे इस गर्मी को सहन नहीं कर पा रहे...
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