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रोजगार मेला: नरेगा में मजदूरी मिली सिर्फ 6 रु.

जयपुर. नरेगा के काम में खर्च राशि पिछले साल के मुकाबले आधी से भी कम रह गई है। सरकार का दावा है कि मानसून के दौरान अच्छी बारिश के कारण लोगों को मजदूरी की जरूरत नहीं है। यहां रोजगार मेले में शामिल होने राज्यभर से आए लोगों से मिली जानकारी कुछ और ही बयान करती है। लोगों के अनुसार उन्हें नरेगा में काम: नहीं मिल रहा, जिन लोगों ने काम कर दिया उनको...

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हरियाणा की ग्राम पंचायतों का कंप्यूटर में होगा पूरा लेखा- जोखा

राई (सोनीपत). हरियाणा के सभी गांवों की ग्राम पंचायत भी अब ऑनलाइन होंगी। सरकार द्वारा गांव में दी जाने वाली धनराशि से लेकर खर्च किए पैसे का पूरा ब्यौरा कंप्यूटर में दर्ज करना होगा। विभाग द्वारा हर गांव के लिए अलग से वेबसाइट भी खोली जाएगी। तीन से चार गांवों का एक हेड क्वार्टर बनाया जाएगा। जिसका इंचार्ज संबधित गांवों के ग्राम सचिवों को बनाया गया है। हरियाणा पंचायतीराज विभाग के सूत्रों...

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गरजे किसान, भोपाल परेशान

भोपाल. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े भारतीय किसान संघ ने सोमवार सुबह अपनी ही सरकार को परेशानी में डाल दिया। प्रदेश के विभिन्न अंचलों से यहां पहुंचे किसानों ने राजधानी की चारों दिशाओं की सीमा को घेर लिया। ट्रेक्टर ट्राली में लगभग एक पखवाड़े तक का राशन-पानी और ओढ़ने-बिछाने का सामान लेकर आए किसानों ने जगह-जगह सड़कों पर जाम लगा दिया। इससे पूरे शहर का आवागमन छिन्न-भिन्न हो गया, लेकिन सरकार...

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मनरेगा 2010: सरकार की कछुआ चाल

अंग्रेजी में एक कहावत है कि चीजें जितनी बदलती हैं, वो उतनी ही पहले जैसी बनी रहती हैं। ऐसा ही कुछ महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी कानून (मनरेगा) के सिलसिले में है। यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपना पूरा समर्थन दिया है, दो कांग्रेस मुख्यमंत्रियों ने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखी है, एक हाई कोर्ट (आंध्र प्रदेश) ने फैसला दिया है कि मौजूदा वेतन दर न्यूनतम मजदूरी कानून 1948का उल्लंघन है-...

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मनरेगा- कहीं नरम , कहीं गरम

महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना(मनरेगा) के बारे में ज्यादातर खबरें या तो उसमें व्याप्त भ्रष्टाचार की होती हैं या फिर योजना की कारआमली में हो रही ढिलाई की। सरकार ने इस वित्तीय वर्ष में मनरेगा पर कुल 40 हजार करोड़ रुपये खर्च किए हैं लेकिन शहराती मध्यवर्ग का एक बड़ा तबका और जनमत-निर्माता इसी पसोपेस में हैं कि आखिर इन रुपयों से कुछ सार्थक हो भी रहा है या नहीं। नुक्ताचीनी की बातों...

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