-लल्लनटॉप, आज की ख़बरों में ये महिलाएं टॉप पर बनी हुई हैं. कौन हैं ये और खबर में क्यों हैं, आप यहां पढ़ सकते हैं. 1. अम्बुजा अय्यर ख़बरों में क्यों हैं? 80 साल की उम्र में ऑनलाइन टीचिंग शुरू की है. कौन हैं ये? मैथ्स टीचर हैं. NDTV में छपी रिपोर्ट के अनुसार 50 साल से भी अधिक समय से स्कूली बच्चों को मैथ्स पढ़ा रही हैं. अब ऑनलाइन टीचिंग शुरू की है. अपना यूट्यूब...
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भारतीय रियल एस्टेट की रियल कहानी: क्यों आप अब भी एक अदद घर नहीं खरीद सकते
-न्यूजलॉन्ड्री, फिल्म निर्देशक बासू चटर्जी जिनका थोड़े समय पहले ही देहावसान हुआ, यथार्थ से जुड़ी फिल्में बनाने के लिए जाने जाते थे. उनकी कुछ कम प्रसिद्ध फिल्मों में से एक है 1986 में रिलीज हुई किराएदार. मुंबई में मकान किराए पर लेने की फ़ज़ीहत को दिखाती यह हिंदी सिनेमा की चंद फिल्मों में से एक है, जो एक किराएदार की अपने मकान मालिक से जद्दोजहद की कहानी कहती है. बल्कि फिल्म...
More »जागते रहो
-इंडिया टूडे, घनघोर मंदी के बीच शेयर बाजार की छलांग देखने के बाद एक नवोदित ब्रोकर ने शेयरों-शेयरों का पानी पिए अपने तपे तपाए उस्ताद के केबिन में जाकर खिलखिलाते हुए कहा, ‘‘सर, मजा आ गया, आज तो निफ्टी रॉकेट हुआ जा रहा है.’’ उम्रदराज ब्रोकर ने कंप्यूटर से निगाहें हटाकर कहा, ‘‘लकी फूल’ हो तुम.’’ यानी किस्मती मूर्ख, जो मौके के सहारे मीर (फूल्ड बाई रैंडमनेस) बन जाते हैं और...
More »कोरोना के दौर में घुमंतू समुदाय
-डाउन टू अर्थ, कोरोनावायरस के फैलाव को कम करने के लिए लगाए गए लॉकडाउन ने पहले से बदहाल घुमंतू समुदाय की कमर तोड़कर रख दी है। पशुधन पर आश्रित ये समुदाय अब अपने पशुओं को खिलाने की स्थिति में नहीं है। राइका रैबारी समुदाय ने अपने ऊंटों को खुला छोड़ दिया है। भेड़-बकरी पालक भी हताश हैं। मार्च और अप्रैल में लगे लॉकडाउन ने इन घुमंतुओं को एक स्थान रुकने को...
More »भारी बारिश बन रही है किसानों के लिए नुकसान का सबब
-डाउन टू अर्थ, बारिश न हो तो किसान को नुकसान होता है और बारिश बहुत ज्यादा हो तो किसान को नुकसान होता है। कुछ ऐसा 2019 में हुआ। 2019 में मॉनसून के बाद अच्छी बारिश हुई थी, इसलिए किसान उम्मीद कर रहे थे कि बंपर पैदावार होगी। लेकिन मार्च से अप्रैल के बीच देशभर में 354 भारी बारिश की घटनाएं हो गईं। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, यह बारिश 64.5...
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