शिमला. संजौली के साथ लगते चलौंठी के करीब 2 हजार लोग जानते हुए भी ‘जहरीला’ पानी पी रहे हैं। यहां तीसरे दिन पानी की सप्लाई मिल रही है। लिहाजा लोगों को दूषित बावड़ी का पानी इस्तेमाल करना पड़ रहा है। जिला स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम ने बावड़ी में बोर्ड भी लगा रखा है कि यहां का पानी पीने योग्य नहीं है, लेकिन लोगों के पास इस बावड़ी के अलावा कोई...
More »SEARCH RESULT
जलसंकट से निपटने 1.78 करोड़
चंद्रपुर. चंद्रपुर जिले में भीषण जलसंकट से निपटाने की दृष्टि से जिला प्रशासन मुस्तैद हो गया है। हालांकि अभी जलसंकट की स्थिति नहीं बनी है, लेकिन आगामी मई एवं जून माह को ध्यान में रख जिला परिषद के ग्रामीण जलापूर्ति विभाग द्वारा जलसंकट कृति प्रारूप भी तैयार किया गया। जिसमें 1 अप्रैल से 30 जून तक के लिए 1 करोड़ 78 लाख 81 हजार रुपए का प्रावधान भी किया गया है। अधिकारियों...
More »एक घूंट पानी की चाह में चली गई महिला की जान
अपनी आर्थिक ताकत से दुनियाभर को हैरत में डालने वाले भारत में आज भी एक तबका ऐसा है जिसे पेयजल की कमी के कारण अपनी जान गंवानी पड़ती है। ताजा मामला मुंबई से सटे ठाणे जिले का है। यहां के एक आदिवासी इलाके में पानी की भारी कमी से 37 वर्षीय एक आदिवासी महिला की मौत हो गई। पानी के लिए खाती रही दर-दर की ठोकर श्रमजीवी संगठन के प्रमुख और वसई...
More »जल के निजीकरण के खतरे-निरंकार सिंह
केंद्रीय जल संसाधन मंत्री पवन कुमार बंसल ने यह कहकर चौंका दिया है कि सरकार पानी के निजीकरण पर विचार कर रही है। राष्ट्रीय जल नीति इस माह के अंत तक घोषित कर दी जाएगी। बंसल के मुताबिक जल संसाधन मंत्रालय ने जल नीति का मसौदा कई माह पहले तैयार कर लिया था। इस बारे में लगातार विशेषज्ञों और संबंधित लोगों से चर्चा हो रही है। नीति का जो मसौदा...
More »महिलाओं ने ठाना और संवार दी अपने परिवार की किस्मत
महासमुंद. महिलाएं अबला नहीं, अब सबला हो गई हैं। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण बागबाहरा वनांचल के भलेसर पंचायत में देखने को मिल रहा है। पंचायत के आश्रिम ग्राम द्वारतरा की महिलाओं ने सरकारी मदद से सिलाई प्रशिक्षण का संचालन शुरू किया है। माडा पैकेज योजना से यहां की बीस महिलाओं को सिलाई मशीन का वितरण किया गया है। महिलाएं अब घर में ही रोजी कमाने में सक्षम हो गई हैं। योजना से लाभांन्वित मनोरमा...
More »