खंडवा। सुमित अवस्थी। कम वजन के बच्चे, खांसी और बुखार से ग्रसित लेकिन डॉक्टरी इलाज की जगह झाड़-फूंक पर भरोसा। किसी बच्चे के गले में लहसुन की माला तो किसी के पीपल के पत्ते। किसी को मतरा हुआ पानी दिया जा रहा है तो कोई नाड़ा बांधे हुए है। पिछले 45 दिन में चार बच्चों की मौत के बाद भी कुपोषित बच्चों को न तो मां-बाप बाल शक्ति केंद्र ला...
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वनाधिकार कानून-- दिन भर चले अढ़ाई कोस!
आदिवासी समुदाय को जमीन पर हकदारी देने वाले वनाधिकार कानून पर अमल का अंदाजा इस तथ्य से लगाइए कि इस साल के जून महीने के आखिर तक राष्ट्रीय स्तर पर वनपट्टों पर दावेदारी के तकरीबन 50 फीसद मामले खारिज किए गए हैं. खारिज किए गए ये मामले कुल 19 राज्यों के हैं. जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा वनाधिकार कानून के क्रियान्यवयन से संबंधित जारी नये आंकड़ों से इस तथ्य का खुलासा होता...
More »मलेरिया से लड़ रहे एक गांव की कहानी-- भरत डोगरा
पड़ोसी देश श्रीलंका को मलेरिया मुक्त बनने का प्रमाण-पत्र दिए जाने से हम प्रसन्न हो सकते हैं, लेकिन हमारे लिए मलेरिया से मुक्ति एक सपने की तरह ही है। खासकर मध्य भारत में और वहां भी विशेषकर आदिवासी क्षेत्रों में, जहां मलेरिया का प्रकोर बहुत ज्यादा है और जानलेवा भी। वहां फाल्सीपेरम मलेरिया की बड़े पैमाने पर उपस्थिति आदिवासी गांवों में एक बड़ी समस्या बनी हुई है। बाकी जगहों पर हालात...
More »बेटी ने बाहर नौकरी की, उप सरपंच का परिवार समाज से बहिष्कृत
देवेंद्र अग्रवाल। निवास (मंडला) ब्यूरो। आदिवासी समाज में शिक्षा का उजाला आर्थिक स्थिति को तो मजबूत बना रहा है लेकिन अंधविश्वास और रूढ़िवादी मान्यताएं अब भी जड़ से समाप्त नहीं की जा सकी हैं। इसका उदाहरण मंडला जिले की निवासी तहसील का अमदरी गांव है। जहां एक आदिवासी परिवार की पढ़ी-लिखी बेटी ने जब गांव से बाहर निकल कर अपना भविष्य संवारने की कोशिश की तो समाज ने पूरे परिवार...
More »MP: रुपए नहीं थे तो कूड़ा इकट्ठा कर किया पत्नी का अंतिम संस्कार, पंचायत ने नहीं दी मदद
मध्य प्रदेश में इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। इंदौर से करीब 275 किलोमीटर दूर स्थित रतनगढ़ गांव में एक आदिवासी को अपनी पत्नी का अंतिम संस्कार कागज, टायर, प्लास्टिक बैग और झाड़ियों से करना पड़ा क्योंकि उसके पास लकड़ी खरीदने के पैसे नहीं थे। अपनी पत्नी की मौत से दुखी और पंचायत के इस बेरहम रुख के कारण उसे पत्नी की चिता जलाने के लिए तीन...
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