वे गांव लौटे तो नक्सलवादियों का निशाना बन जाएंगे और यदि राहत शिविरों में रहते हैं तो उन्हें अमानवीय परिस्थितियों के बीच ही बाकी जिंदगी गुजारनी पड़ेगी. सलवा जुडूम अभियान के दौरान बस्तर के राहत शिविरों में रहने आए हजारों ग्रामीण आदिवासी आज त्रिशंकु जैसी स्थिति में फंसे हैं. राजकुमार सोनी की रिपोर्ट कोतरापाल गांव की प्रमिला कभी 15 एकड़ खेत की मालकिन थी, लेकिन गत छह साल से वह अपने...
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गंगा खनन के मामले ने तूल पकड़ा
सुनील दत्त पांडेय हरिद्वार, 10 दिसंबर। उत्तराखंड में गंगा में खनन का मामला विवादास्पद होता जा रहा है। मातृ सदन के संस्थापक स्वामी शिवानंद सरस्वती के आमरण अनशन पर बैठने के बाद राज्य सरकार ने उन्हें मनाने के लिए गंगा में खनन पर रोक लगा दी। जिससे खनन के क्षेत्र से जुड़े स्टोन क्रेशर मालिकों, मजदूरों और खनन क्षेत्र से जुड़े गांव वालों में जबरदस्त गुस्सा छा गया। खनन से...
More »नाम के नागरिक- बृजेश सिंह (तहलका हिन्दी)
वहां से निकलना आसान नहीं है और वहां रहना तो और भी मुश्किल. सरकारी कुनीतियों के चलते अलीराजपुर में कुछ टापुऑं पर दिन बिता रहे सरदार सरोवर बांध के विस्थापितों की जिंदगी में उम्मीद को छोड़कर सब कुछ है. गरीबी, भूख, कुपोषण, बेरोजगारी और इन सबसे उपजी उनकी लाचारी की क्या कोई सुध लेगा? बृजेश सिंह की रिपोर्ट यह कहानी मध्य प्रदेश के कुछ ऐसे गांवों की है जिनके रहवासी युद्ध...
More »मनरेगा से होगा बांधों की मरम्मत : मंत्री
वर्द्धमान, निज संवाददाता : राज्य की विभिन्न नदियों पर बने बांध की मरम्मत का कार्य अब मनरेगा के तहत होगा। इसकी जानकारी सिंचाई मंत्री मानस भुईया ने दी। उन्होंने बताया कि बांधों की मरम्मत के लिए केंद्र से 50 करोड़ मांगा गया है। फिलहाल 16 करोड़ रुपये आवंटित है। सिंचाई विभाग के कार्य को 100 दिन योजना के अंतर्गत करवाने के लिए पंचायत मंत्री चन्द्रनाथ सिन्हा से भी बात की गई...
More »सैकड़ों झोंपड़ियां डूबीं, दाने दाने को मोहताज लोग
दानापुर : बाढ़ से दियारे की सात पंचायतों की स्थिति भयावह बनी हुई है. बाढ़ के पानी में सैकड़ों झोंपड़ियां डूब गयी हैं व कई तेज धारा में बह गयी हैं. लोग दाने-दाने के लिए मोहताज बने हुए हैं. वही खेतों में लगी फसल भी बह गयी है. बाढ़ग्रस्त लोग ऊंचे स्थानों पर शरण लिये हुए हैं. दियारे की सातों पंचायतों में करीब तीन-चार फुट पानी बह रहा है. कासीमचक पंचायत की...
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