-आउटलुक, “किसानों को राहत पैकेज की दरकार है। मध्य वर्ग के लिए ईएमआइ में छूट दी जा सकती है तो किसान तो उससे ज्यादा के हकदार हैं” देश और दुनिया कोरोनावायरस के संक्रमण से फैलने वाली कोविड-19 महामारी का सामना कर रही है। यह महामारी ऐसे समय फैली है जब देश का किसान खेतों में तैयार रबी की फसल की कटाई के लिए इंतजार कर रहा है। अनुमान है कि इस साल...
More »SEARCH RESULT
पंद्रह मार्च तक 215.82 लाख टन चीनी का उत्पादन, 21 फीसदी से ज्यादा की कमी
-आउटलुक, पहली अक्टूबर 2019 से शुरू चालू पेराई सीजन 2019-20 में पंद्रह मार्च 2020 तक चीनी के उत्पादन में 21.13 फीसदी की गिरावट आकर कुल 215.82 लाख टन चीनी का ही उत्पादन हुआ है, जबकि पिछले पेराई सीजन में 273.65 लाख टन का उत्पादन हो चुका था। इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के अनुसार चालू पेराई सीजन में इस समय केवल 321 चीनी मिलों में ही पेराई चल रही है तथा 136...
More »उत्तर प्रदेश की चीनी मिलों पर किसानों का बकाया 6,300 करोड़ के पार
विश्व बाजार में चीनी की कीमतों में आई तेजी का लाभ भी गन्ना किसानों को नहीं मिल रहा है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में दाम बढ़ने से चीनी के निर्यात में तो तेजी आई है, लेकिन गन्ना किसानों के बकाया में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। पहली अक्टूबर 2019 से शुरू हुए चालू पेराई सीजन में 7 फरवरी तक बकाया बढ़कर 6,331 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। उत्तर प्रदेश गन्ना आयुक्त कार्यालय...
More »उत्तर प्रदेश की चीनी मिलों पर गन्ना किसानों का बकाया 5,800 करोड़ के पार पहुंचा
विश्व बाजार में चीनी की कीमतों में आए सुधार से निर्यात में बढ़ोतरी के बावजूद भी उत्तर प्रदेश की चीनी मिलों पर किसानों का बकाया लगातार बढ़ रहा है। पहली अक्टूबर 2019 से शुरू हुए चालू पेराई सीजन के पहले चार महीनों में ही बकाया बढ़कर 5,896 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है जबकि राज्य के किसानों का पिछले पेराई सीजन का भी अभी तक 996 करोड़ रुपये चीनी मिलों...
More »इन नीतियों से कृषि नहीं उबरेगी
“नीतियों का फोकस बदलें और प्रतिबंधों से मुक्त कर किसान को अपनी बुद्धिमानी से चयन करने दें” कृषि क्षेत्र की नीतियां बनाने में खाद्य सुरक्षा पर फोकस रहा है। यह वाजिब भी है क्योंकि देश में खाद्य वस्तुओं की कमी और आयात पर निर्भरता से निपटने के लिए हरित क्रांति इसी वजह से शुरू की गई। वाजिब कीमत पर खाद्य पदार्थों की उपलब्धता हमारी नीतियों के केंद्र में रही और बाद...
More »