2010-11 के लिए फसल उत्पाद का दूसरा अग्रिम आकलन आज जारी कर दिया गया है। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय सीएसओ ने 2010-11 के दौरान 232.07 मिलियन टन खाद्यान्न के उत्पादन का अनुमान लगाया है। पिछले वर्ष 218.11 मिलियन टन खाद्यान्न का उत्पादन हुआ था। इस वर्ष का उत्पादन 2008-09 में हुए 234.47 मिलियन टन खाद्यान्न के रिकॉर्ड उत्पादन से थोड़ा ही नीचे रहेगा। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने अनुमान लगाया है कि...
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खेती ने भी किया वातावरण प्रदूषित
लुधियाना। बेशक वाहनों के धूएं और इंडस्ट्री को पर्यावरण प्रदूषित करने के लिए सर्वाधिक जिम्मेदार ठहराया जाता हो लेकिन खेती भी प्रदूषण बढ़ाने में पीछे नहीं है। जंगलो की कटाई एवं भूमि का खेती के लिए उपयोग बीते डेढ़ दशक में पर्यावरण प्रदूषित करने का बड़ा कारण बना है। विकासशील देशों का हिस्सा इसमें ज्यादा है। कुछ ऐसी ही चीजों पर विचार किया पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी (पीएयू) में पहुंचे वैज्ञानिकों ने।...
More »किसानों की हत्या पर मुहर--- देविंदर शर्मा
जीएम फसलें एक बार फिर चर्चा में है. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने अपनी पूर्ववर्ती नीति से पलटी मारकर अब सार्वजनिक रूप से जीएम फसलों को समर्थन देना शुरू कर दिया है. बहस गरमा रही है. यह उसी लाइन पर जा रही है, जिस पर शरद पवार जोर दे रहे है. इसमें हैरत की बात नहीं है. मैं देर-सबेर इसकी उम्मीद कर रहा था. आखिरकार, विकिलीक्स पहले ही खुलासा कर चुका है...
More »पाले से 40% तुअर फसल तबाह
भोपाल. हाल का पाला गर्मी में भी आम आदमी की रूह कंपाने वाला साबित होगा। सालों का रिकार्ड तोड़ने वाली ठंड ने पूरे प्रदेश की तुअर को बर्बाद कर दिया है। नतीजन किसानों को तो करोड़ों का नुकसान हुआ ही है, इससे कहीं आगे अब यह आशंका सताने लगी है कि कहीं बीते साल अचानक बढ़ी कीमतों के चलते पतली हो चली दाल इस बार थाली से गायब ही न हो...
More »अपने पापों की वजह से मर रहे हैं किसानः कृषि मंत्री
दमोह. दमोह कृषि मंत्री डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया ने किसानों की आत्महत्या करने के मामले में कहा कि किसान अपना पाप ढो रहे हैं। उन्होंने जिस तरह जमीन में केमिकलयुक्त दवाओं का उपयोग किया है, उससे जमीन तो खराब हुई ही है फसलों को भी नुकसान हो रहा है इसलिए ये घटनाएं हो रहीं हैं। उन्होंने किसानों के हितों का ध्यान न रखने की बात को अस्वीकार करते हुए उल्टा मीडिया पर आरोप...
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