SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 764

स्मार्ट शहर से अधिक स्मार्ट स्कूलों की जरूरत- श्रीश चौधरी

शिक्षक को वे सारे कार्य करने हैं, जिनके लिए न तो उसकी नियुक्ति हुई है, न ही वह इच्छुक या प्रशिक्षित हैं. 90% से अधिक बच्चे तीसरी-चौथी कक्षा में पहुंच जाने पर भी अपनी ही कक्षा की हिंदी पुस्तक की दो-चार लाइनें भी दो-चार मिनटों में शुद्ध व सहज स्वर में नहीं पढ़ सकते हैं. मध्याह्न भोजन के अतिरिक्त बच्चों को पाठशाला में कोई आकर्षण नहीं रह गया है. पढ़िए...

More »

गुजरात : गांव में स्कूली छात्राओं के मोबाइल इस्तेमाल पर प्रतिबंध

अहमदाबाद : गुजरात के मेहसाणा जिले के एक गांव में नाबालिग लडकियों के लिए मोबाइल फोन रखने या उसका इस्तेमाल करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. यह प्रतिबंध इस दावे के साथ लगाया गया है कि गैजेट इन लड़कियों का ध्यान पढ़ाई से भटकाते हैं. हाल ही में लगाया गया यह प्रतिबंध मेहसाणा की काडी तालूका स्थित सूरज गांव की पंचायत ने लागू किया है. नाबालिग लडकियों को यदि मोबाइल...

More »

कन्या भ्रूण जांच करने वाले ही उठाएंगे बेटियों को पढ़ाने का खर्च

जयपुर। राजस्थान के नागौर जिले में कन्या भ्रूण की जांच नियंत्रित करने के लिए नया तरीका अपनाया गया है। यहां के जिला प्रशासन ने जिले के सोनोग्राफी सेंटरों को जिले की सर्वाधिक प्रतिभाशाली 50 गरीब बच्चियों की पढ़ाई का जिम्मा सौंप दिया है। राजस्थान में नागौर का बाल लिंगानुपात बहुत खराब है। यहां 1000 लड़कों पर सिर्फ 888 लड़कियां हैं। इसे बेहतर करने के लिए यहां के जिला प्रशासन ने तय...

More »

छोटे आयकरदाताओं की बजट से अपेक्षाएं- जयंतीलाल भंडारी

इन दिनों देश भर के नौकरीपेशा और छोटे आयकरदाता वित्त मंत्री अरुण जेटली से वर्ष 2016-17 के बजट में आयकर राहत की अपेक्षा कर रहे हैं। वस्तुत: इस समय व्यक्तिगत आयकर छूट का दायरा एक तो आयकरदाताओं को महंगाई से राहत देने के लिए बढ़ाया जाना चाहिए, और दूसरे, आयकरदाताओं की क्रयशक्ति बढ़ाकर मांग में वृद्धि करने के लिए। अभी देश में आयकरदाताओं की संख्या करीब साढ़े तीन करोड़ है,...

More »

उच्च शिक्षा में बढ़ती खाई-- शैलेन्द्र चौहान

भारत सरकार ने विश्वविद्यालय में शिक्षा हासिल करने वाले शिक्षार्थियों की संख्या 2030 तक बढ़ा कर तीस प्रतिशत करने का लक्ष्य तय कर रखा है। जबकि भारत में सिर्फ बारह प्रतिशत लोगों को ही विश्वविद्यालयों में प्रवेश मिल पाता है। वर्तमान में भारत में दूरस्थ शिक्षा (डिस्टेंस लर्निंग) यानी घर बैठे पढ़ाई करने वालों की तादाद पैंतीस लाख है। चिंताजनक बात यह कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने छात्रों और...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close