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7 दिन, 3 जिले, 4 अस्पताल, नहीं हो सकी गर्भवती की सोनोग्राफी

प्रमोद त्रिवेदी, इंदौर। यह खबर राज्य सरकार के दावों की पोल खोलती है। सात दिन, तीन जिले, चार सरकारी अस्पताल और 650 किमी भटकने के बावजूद एक गर्भवती महिला की सोनोग्राफी नहीं हो सकी। एक जिला अस्पताल में सोनोग्राफी मशीन खराब है तो दूसरे में लैब टैक्निशियन 10 दिन के अवकाश पर है। राजधानी के सुल्तानिया जनानी अस्पताल ने तो उसे इसलिए लौटा दिया क्योंकि मामला गुना जिले का है। महिला...

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पुलिस बल की अबलाएं-- अंजलि सिन्हा

पुलिस की भर्ती में शारीरिक सौष्ठव और दम-खम एक अनिवार्य कसौटी रहती है। भर्ती के बाद प्रशिक्षण में शारीरिक चुस्ती, अपराधी की पहचान और उसकी धर-पकड़ आदि के कौशल सिखाए जाते हैं। पर इसी के साथ-साथ पुलिस के प्रशिक्षण में सामाजिक आयाम, खासकर जेंडर संवेदनशीलता को भी शामिल किया जाना चाहिए।   छत्तीसगढ़ की चांदखुरी पुलिस एकेडमी, जो राजधानी रायपुर से मुश्किल से पच्चीस किलोमीटर दूर स्थित है, पिछले दिनों गलत कारणों...

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सेहत की जांच कराने बीमार बच्चों को 10 किमी पैदल चलना पड़ा

जशपुरनगर, नईदुनिया न्यूज। डारमेटरी छात्रावास के 15 बच्चों को अपने स्वास्थ्य की जांच कराने के लिए 10 किलोमीटर पदयात्रा करनी पड़ी। पैदल चलकर अस्पताल पहुंचने वाले कुछ बच्चे सर्दी, खासी और बुखार से पीड़ित थे। छात्रावास अधीक्षक का कहना है कि उन्होंने छात्रावास के बच्चों के बीमार होने और अस्पताल तक ले जाने में होने वाली दिक्कतों की लिखित जानकारी बीएमओ को दे दी थी, लेकिन स्वास्थ्य परीक्षण के लिए...

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MP: रुपए नहीं थे तो कूड़ा इकट्ठा कर किया पत्‍नी का अंतिम संस्‍कार, पंचायत ने नहीं दी मदद

मध्य प्रदेश में इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। इंदौर से करीब 275 किलोमीटर दूर स्थित रतनगढ़ गांव में एक आदिवासी को अपनी पत्नी का अंतिम संस्कार कागज, टायर, प्लास्टिक बैग और झाड़ियों से करना पड़ा क्योंकि उसके पास लकड़ी खरीदने के पैसे नहीं थे। अपनी पत्नी की मौत से दुखी और पंचायत के इस बेरहम रुख के कारण उसे पत्नी की चिता जलाने के लिए तीन...

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शिवपुरी के खिसलौनी गांव में कुपोषित बच्ची की हालत गंभीर

बामौरकलां(शिवपुरी)। मुख्यालय से 150 किमी दूर खनियांधाना विकासखंड के आदिवासी बाहुल्य खिसलौनी गांव के वीरसिंह आदिवासी की महज ढाई साल की बेटी चांदनी जन्म से ही कुपोषण से ग्रसित है। बावजूद इसके महिला बाल विकास से लेकर कुपोषण मिटाने के अभियान से जुड़े किसी एनजीओ ने इस लाड़ली की सुध नहीं ली। अस्पताल लाने से पहले गर्भवती मां ने तोड़ा दम : चांदनी को जन्म देने वाली उसकी मां वीरवती को...

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