आईआईटी संस्थानों में बढ़ती आत्महत्याओं की खबरों के बीच इस समस्या के तमाम पहलुओं की पड़ताल करती शुभम उपाध्याय की रिपोर्ट हिंदुस्तान के पहले आईआईटी, आईआईटी खड़गपुर के 1956 में हुए पहले दीक्षांत समारोह में पंडित नेहरू ने कहा था, ‘यह हिंदुस्तान की एक उत्कृष्ट धरोहर है, जो हमारी उम्मीदों का प्रतिनिधित्व करेगी और हिंदुस्तान के भविष्य के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी.’ मगर न तो आईआईटी संस्थानों की स्थापना में...
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क्या हो विकास की सही परिभाषा- भारत डोगरा
सामान्य रूप से बाहरी चमक-दमक को देखकर कह दिया जाता है कि यह क्षेत्र विकास कर रहा है। मान लीजिए किसी महानगर में बहुत सी झुग्गी-झोपडि़यों बनी हैं और महानगर में कार्य करने वाले गरीब मजदूरों को इन सस्ते आवासों में आश्रय मिला हुआ है, क्योंकि इससे महंगी जगह में रहने के लिए पैसा उनके पास नहीं है। एक दिन उनकी झोपडि़यां तोड़ दी जाती हैं। इस स्थान पर एक...
More »बिहारः छात्रों के साथ हर साल 60 अरब चला जाता है बाहर : रोहित नारायण
पटना। अच्छी शिक्षा उपलब्ध कराने के सरकार के दावों के बावजूद इस साल भी बड़ी संख्या में बिहारी छात्र राज्य के बाहर जा रहे हैं और जाने को तैयार हैं। सीबीएसई, आईसीएसई और बिहार बोर्ड के रिजल्ट के बाद छात्रों को रिझाने के लिए पिछले एक महीने में कई करियर मेले लग चुके हैं। इनमें भाग लेने वाले शैक्षणिक संस्थान बिहारी छात्रों के रेस्पांस से काफी उत्साहित हैं। आने वाले...
More »हिमाचल में उग सकेगा बेमौसमी अमरूद
सोलन। उत्तराखंड की तरह हिमाचल प्रदेश के बागबान भी अमरूद की बेमौसमी फसल उगा सकते हैं। इससे जहां उन्हें फसल के अच्छे दाम मिलेंगे, वहीं इससे फसल को बीमारियों से भी बचाया जा सकेगा। यह संभव है क्रॉप रेगुलेशन (बहार नियंत्रण) से। इस विधि से तैयार अमरूद को उत्तराखंड में करीब 8 माह तक लोगों को सड़कों के किनारे बेचते देखा जा सकता है। यह अमरूद बरसात के मौसम में होने...
More »नहीं करेंगे माता-पिता की सेवा तो मिलेगी सजा
पटना. एक ओर जहां लोग एकल परिवार के तानेबाने के बीच तथा रोजगार को लेकर अपने वृद्ध माता-पिता की सेवा-भाव की अनदेखी कर रहे हैं, ऐसे में अब बिहार के सरकारी कर्मचारियों को बिना ऑफिस के झंझटों के अपने माता-पिता की सेवा का मौका मिलेगा। इसके लिए सरकार अब बकायदा कर्मचारियों को दो साल में एक बार 15 दिन का अवकाश देगी। यही नहीं, अब माता-पिता की सेवा नहीं करने वाले...
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