भीलवाड़ा। ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को घर बैठे रोजगार उपलब्ध कराने वाली महात्मा गांधी नरेगा विकास में भले अव्वल न बने, लेकिन शिकायतों में जरूर 'सरताज' बन गई है। योजना शिकायतों के 'भंवर' से बाहर नहीं निकल पा रही है। राजस्थान में रोजाना औसतन 50 शिकायतें नरेगा से जुड़ी हुई प्राप्त हो रही हैं। शिकायतों की बाढ़ के चलते विकास की अधिकारी जांच के 'भंवर' में फंस गए हैं। शिकायतों...
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खाद्य सुरक्षा विधेयक जल्द लाया जाएगा : सोनिया
नागपुर (महाराष्ट्र)। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र सरकार समाज के अत्यंत गरीब वर्ग को लाभ पहुंचाने के लिए संसद में जल्द ही खाद्य सुरक्षा विधेयक लाएगी। यहां से 85 किलोमीटर दूर वर्धा जिले के सेवाग्राम में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की "सद्भावना रैली" को संबोधित करते हुए सोनिया ने कहा कि सभी बच्चों को शिक्षा देना सुनिश्चतकरने के लिए केंद्र सरकार शिक्षा का अधिकार विधेयक को पहले ही पारित करा चुकी...
More »मिलेंगे नोटिस
भीलवाड़ा। महात्मा गांधी नरेगा शुरू होने के बाद भीलवाड़ा जिले में दो वर्ष तक पंचायतों को जॉबकार्ड रजिस्टर जैसी महत्वपूर्ण स्टेशनरी उपलब्ध नहीं कराना जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी समेत संविदा पर लगे तकनीकी एवं लेखाकर्मियों को भारी पड़ गया है। विधानसभा की जनलेखा समिति के निर्देशों के आधार पर राज्य सरकार ने जिला कलक्टर को नरेगा योजना शुरू होने की तिथि एक अप्रेल 2008 से 21 अप्रेल 2010 तक...
More »खेती के लिए आधुनिक विधि अपनाएं:प्रतिभा
राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने मंगलवार को कहा कि कृषकों को आधुनिक तकनीक अपना कर कृषि उत्पादन बढ़ाना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि किसानों को पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी द्वारा शामिल किए गए हरित क्रांति से बहुत लाभ मिला है। श्रीमती पाटिल किसानों और महिलाओं की एक रैली को संबोधित करते हुए कहा सभी के लिए खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए किसानों को साधन स्रोतों को और अधिक उपलब्ध कराना...
More »मनरेगा- कहीं नरम , कहीं गरम
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना(मनरेगा) के बारे में ज्यादातर खबरें या तो उसमें व्याप्त भ्रष्टाचार की होती हैं या फिर योजना की कारआमली में हो रही ढिलाई की। सरकार ने इस वित्तीय वर्ष में मनरेगा पर कुल 40 हजार करोड़ रुपये खर्च किए हैं लेकिन शहराती मध्यवर्ग का एक बड़ा तबका और जनमत-निर्माता इसी पसोपेस में हैं कि आखिर इन रुपयों से कुछ सार्थक हो भी रहा है या नहीं। नुक्ताचीनी की बातों...
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