विगत जनवरी में शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू ने प्रधानमंत्री की चहेती योजना ‘हृदय' की शुरुआत की। इस योजना का लक्ष्य देश के पुरातन शहरों को सजा-संवारकर दुनिया के आगे प्रस्तुत करना है, जिससे भारत की आत्मा यानी यहां की सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण हो सके। इसीलिए अंग्रेजी में जो नाम रखा गया है, उसके प्रथम अक्षरों को मिलाकर ‘हृदय' शब्द बनता है। योजना का उद्देश्य प्रशंसनीय है, क्योंकि जागरूकता के...
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महंगाई. बारिश के बाद हरी सब्जी की कीमतों में भारी इजाफा, फिर रुलाने लगा प्याज
कोलकाता: प्याज ने फिर से लोगों को रुलाना शुरू कर दिया है. हाल में बारिश के बाद हरी सब्जी की कीमत में इजाफा के साथ-साथ प्याज की कीमतों में भी इजाफा हुआ है. 20 से 25 रुपये प्रति किलोग्राम तक मिलनेवाली हरी सब्जी चाहे वह परवल हो या झींगा अभी बाजार में 40 रुपये प्रति किलोग्राम के आसपास बिक रही है. परवल प्रति किलोग्राम 40 रुपये से 60 रुपये, मिर्चा...
More »मनरेगा में गड़बड़ी की होगी निगरानी जांच
रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बुधवार को एक कार्यकर्ता की शिकायत पर जगन्नाथपुर प्रखंड में मनरेगा में हुई गड़बड़ी के मामले में निगरानी जांच का आदेश दिया है. सीएम आवास में आयोजित कार्यकर्ता दरबार में दो सौ से अधिक कार्यकर्ता आये. कोई क्षेत्र की समस्या लेकर आया, कोई पैरवी लेकर, कोई बोर्ड निगम में जगह चाहता है, तो कोई नौकरी चाहता है. सीएम ने सबका आवेदन लिया. सबको आश्वासन दिया....
More »देश की 35 नदियाें का पानी पीने लायक नहीं, सिर्फ पांच ही शुद्ध
गंगा, यमुना नदियों के प्रदूषण की चर्चा तो आए दिन होती है लेकिन एक ताजा अध्ययन बताता है कि देश की तमाम नदियां प्रदूषण की चपेट में हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने देश की 40 नदियों की प्रदूषण जांच कर दावा किया है कि सिर्फ दक्षिण भारत की चार एवं असम की एक नदी ही स्वच्छता के मानकों में खरीद उत्तरी हैं। बाकी 35 नदियां बुरी तरह से...
More »जब भ्रष्टाचार संस्थागत रूप लेता है- बीके चतुर्वेदी
तीन दशक से भी पहले मध्य प्रदेश में सरकारी नौकरियों और मेडिकल एवं इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिला संबंधी परीक्षा आयोजित करने के लिए व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापम) की स्थापना की गई थी। वह विचार बुरा नहीं था। आम तौर पर इस तरह के चयन से पारदर्शिता और निष्पक्षता को ही बढ़ावा मिलता है। हालांकि इसका एहसास नहीं था कि सरकारी क्षेत्र के एक संगठन में रोजगार देने की इतनी शक्ति...
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