मित्रो, सूचना का अधिकार पर हम लगातार बात करते रहे हैं. इस अधिकार के लागू हुए आठ साल पूरे हो गये. हमारे कई पाठकों और आरटीआइ एक्टिविस्टों ने इसे जनतंत्र के खास अवसर के रूप में याद किया. इन आठ सालों में आम से लेकर खास और गैर सरकारी से लेकर सरकारी लोगों ने इस कानून का अपने-अपने हित और हिसाब से खूब किया. इसका अनुभव भी विस्तृत रहा. इस अनुभव को...
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मानवाधिकार उल्लंघन: 2012 में पुलिसकर्मियों के खिलाफ 205 मामले दर्ज
चेन्नई। देशभर में मानवाधिकार उल्लंघन के संबंध में पुलिसकर्मियों के खिलाफ दर्ज मामलों की संख्या में अचानक तेजी आई है और केवल पिछले वर्ष ही 205 मामले दर्ज किए गए। राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के अनुसार पिछले वर्ष पुलिसकर्मियों के खिलाफ कुल 205 मामले दर्ज किए गए जो कि वर्ष 2011 में दर्ज 72 मामलों और 2010 में दर्ज 37 मामलों से बहुत अधिक हैं। हालांकि इन 205 मामलों...
More »दलित-प्रश्न और मीडिया- उर्मिलेश
जनसत्ता 25 अक्तूबर, 2013 : ‘नो वन किल्ड जेसिका’, सिर्फ एक शानदार अखबारी शीर्षक नहीं था। अपराध-दंड प्रक्रिया में व्याप्त विसंगतियों को उद्घाटित कर वह एक जन-अभियान का नारा बन गया, जिसने अंतत: कामयाबी हासिल की। लेकिन मध्य बिहार के लक्ष्मणपुर-बाथे में मारे गए दलित-उत्पीड़ित तबके के अट्ठावन लोगों के बारे में लंबे इंतजार के बाद नौ अक्तूबर को पटना उच्च न्यायालय का जो फैसला आया, उसके बाद ऐसी आवाजें...
More »स्त्री उत्पीड़न की जड़ें- विकास नारायण राय
जनसत्ता 23 अक्तूबर, 2013 : उत्पीड़न के साए में दिल्ली विश्वविद्यालय के आंबेडकर कॉलेज की कर्मचारी की आत्महत्या, महिला सशक्तीकरण को मात्र यौनिक सुरक्षा के चश्मे से देखने के प्रति गंभीर चेतावनी है। सभी मानेंगे कि देश की राजधानी के एक बड़े शिक्षा संस्थान के इस प्रचारित प्रकरण के चार वर्ष तक खिंचने की जरूरत नहीं थी, और इसका अंत न्याय में होना चाहिए था, न कि आत्महत्या में। काश,...
More »नक्सलियों ने तीन दशक में 12,000 लोगों को उतारा मौत के घाट
नयी दिल्ली : पिछले तीन दशक में नक्सलियों ने लगभग 12000 आम लोगों की हत्या कर दी. करीब 3000 सुरक्षाकर्मी इसी अवधि में नक्सलियों के हाथों मारे गये. गृह मंत्रालय के आंकडों के मुताबिक 1980 से अब तक नक्सलियों ने 11742 आम नागरिकों की हत्या कर दी. सुरक्षाबलों की बात करें तो 2947 सुरक्षाकर्मी नक्सलियों के हाथों मारे गये. इसी अवधि में सुरक्षाबलों के हाथ 4674 नक्सली मारे गये. सबसे अधिक संख्या...
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