SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 750

योजना आयोग का नया रूप- भरत झुनझुनवाला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम दिये संबोधन में योजना आयोग का आकार बदलने की बात कही है. आपने कहा कि योजना आयोग के वर्तमान रूप को समाप्त कर इसे थिंक टैंक में बदला जायेगा. पिछली सरकार ने योजना आयोग के मूल्यांकन के लिए कमेटी बनायी थी. कमेटी ने सुझाव दिया था कि आयोग को समाप्त कर दिया जाये और इसके स्थान पर थिंक टैंक की स्थापना की जाये....

More »

म्यांमार के जियावडी गांव में बसता है ‘बिहार’

म्यांमार और भारत के रिश्ते सदियों पुराने हैं। लेकिन कम लोगों को ही पता होगा कि म्यांमार में भी एक ‘बिहार' बसता है। म्यांमार के बगो प्रांत का जियावडी गांव सवा सौ साल पहले धोखा देकर बिहार से लाए गए गिरमिटिया अर्थात अनुबंधित मजदूरों के वंशजों से आबाद है। ब्रिटिश शासन के दौरान अंग्रेजों ने बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के हजारों लोगों को दुनिया के अनेक देशों में गिरमिटिया के...

More »

शिक्षा निदेशक ने दी गलत रिपोर्ट, संकट में 900 स्कूल स्‍टूडेंट्स की पढ़ाई- विनोद मित्तल

जयपुर। माध्यमिक शिक्षा निदेशक की ओर से स्कूल का दौरा कर गलत रिपोर्ट बनाने का मामला सामने आया है। गलत रिपोर्ट के कारण हरमाड़ा के राजकीय सी.से. स्कूल का संचालन एक ही पारी में करने से यहां के 900 बच्चों के सामने पढ़ाई का संकट आ खड़ा हुआ है। मामले के अनुसार यहां 6 से 12 तक कक्षाएं संचालित हैं, लेकिन निदेशक ओंकार सिंह ने अपनी रिपोर्ट में यहां...

More »

ट्यूब की नाव पर देश का भविष्‍य..

लोमेश कुमार गौर, हरदा(मध्‍यप्रदेश)। यहां के आदिवासी ग्राम रतनपुर के बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने के लिए जिंदगी दांव पर लगाना पड़ रही है। माचक नदी में रोजाना ट्यूब की नाव के सहारे यह बच्चे अपने गांव से मगरधा स्कूल जाते हैं। इन बच्चों को ट्यूब पर सवार होते ही डर तो लगता है, लेकिन पढ़ाई के लिए बच्चे और उनके पालक जोखिम ले रहे हैं। जिला मुख्यालय से करीब 27...

More »

हाशिए पर भारतीय भाषाएं- अंजुम शर्मा

जनसत्ता 29 जुलाई, 2014 : लोकतंत्र में अगर तंत्र की भाषा लोक से भिन्न हो जाए तो यह लोकतंत्र के लिए अच्छा सूचक नहीं है। संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा में भाषाई आधार पर भेदभाव के जो आरोप सामने आ रहे हैं उनसे अंगरेजी मानसिकता की वर्चस्ववादी नीति और भारतीय भाषाओं की दुर्दशा पर एक बार फिर विचार करने की जरूरत पैदा हुई है।...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close