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यस बैंक की विफलता के 6 अदृश्य प्रभाव

-न्यूजलॉन्ड्री, अर्थशास्त्र में कुछ प्रत्यक्ष प्रभाव होते है और कुछ अदृश्य प्रभाव होते हैं. बहुधा अदृश्य प्रभाव कहीं ज्यादा खतरनाक असर डालते हैं बनिस्बत प्रत्यक्ष प्रभावों के. जैसे यस बैंक के मामले को ही देखते हैं. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने यस बैंक से पैसे निकालने की मात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया है. 50,000 रुपये से ज्यादा निकालने पर ये रोक लगी है. इसका प्रत्यक्ष प्रभाव यह है कि अगर किसी खाताधारक के...

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कोरोना वायरस से भारत में पहली मौत, आंध्र प्रदेश भी पहुंची बीमारी, दिल्ली-हरियाणा में महामारी घोषित

जनज्वार, कर्नाटक के कलबुर्गी में 76 वर्षीय एक बजुर्ग की मौत हो गई है जो कोरोनावायरस से पीड़ित था. गुरुवार को अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी. बुजुर्ग की मौत मंगलवार को ही हो गई थी, लेकिन उसके कोरोना से संक्रमित होने की पुष्टि गुरुवार को हुई. यह व्‍यक्ति 29 फरवरी को सऊदी अरब से भारत लौटा था और हैदराबाद एयरपोर्ट पर उसकी स्‍क्रीनिंग भी हुई थी. उस वक्‍त उसमें कोरोना के...

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2019 में प्राकृतिक आपदाओं की वजह से विस्थापित हुए 2.2 करोड़ लोग: रिपोर्ट

-डाउन टू अर्थ, विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्लूएमओ) द्वारा जारी नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, पिछला दशक (2010-2019) इतिहास के सबसे गर्म दशक के रूप में दर्ज किया गया। रिपोर्ट के अनुसार 1980 के बाद से हर दशक अपने पिछले दशक से गर्म होता जा रहा है। डब्लूएमओ के अनुसार 2019 का तापमान पूर्व-औद्योगिक काल से 1.1 डिग्री सेल्सियस ऊपर जा चुका है। जिसके चलते भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया और यूरोप में रिकॉर्ड...

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तेज हवा के साथ ओले और बारिश से गेहूं को नुकसान, 11-12 मार्च को फिर बिगड़ेगा मौसम

-आउटलुक, बीते सप्ताह बारिश, ओले और तेज वहां चलने से जहां गेहूं के साथ ही अन्य रबी फसलों को भारी नुकसान हुआ है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने 11 और 12 मार्च को उत्तर भारत में फिर मौसम खराब होने का अनुमान जारी किया है, इसलिए किसानों की मुश्किल अभी कम नहीं हुई है। पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कई मध्य प्रदेश के कई जिलों में बीते सप्ताह ओलावृष्टि...

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आर्थिक निराशा में घिरा बहुसंख्यकवादी देश बन गया है भारतः मनमोहन सिंह

-बीबीसी हिंदी, भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एक संपादकीय लेख में कहा है कि भारत उदारवादी लोकतंत्र के वैश्विक उदाहरण से आर्थिक निराशा में घिरा बहुसंख्यकवादी देश बन गया है. द हिंदू में प्रकाशित संपादकीय में मनमोहन सिंह ने कहा कि वो भारी मन से ये बात लिख रहे हैं. मनमोहन सिंह ने कहा कि भारत इस समय सामाजिक द्वेष, आर्थिक मंदी और वैश्विक स्वास्थ्य महामारी के तिहरे ख़तरे का सामना...

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