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भारत में कुल 4 लाख से ज्‍यादा भिखारी, एक जगह ऐसी भी जहां केवल दो, जानिए अन्‍य का हाल

भारत में चार लाख 13 हजार 670 भिखारी हैं। दो लाख 21 हजार 673 इनमें पुरुष हैं, जबकि एक लाख 91 हजार 997 महिलाएं हैं। वहीं, पश्चिम बंगाल में भिखारियों और बेघरों की संख्या देश में सबसे ज्यादा है। तकरीबन चार लाख भिखारियों में 81 हजार सिर्फ पश्चिम बंगाल में रहते हैं। लेकिन एक जगह ऐसी भी है, जहां सिर्फ दो भिखारी हैं। यह जगह लक्षद्वीप है। ये सारे दावे...

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गुजरातः शौचालय बनाने में करोड़ों का भ्रष्टाचार, 19 के खिलाफ मामला दर्ज

अहमदाबाद। गुजरात में शौचालय घोटाला सामने आया है। नगरपालिका अधिकारियों और एनजीओ की सांठगांठ से 6752 शौचालय बनाने का ऑर्डर पास कराने के काम में ये फर्जीवाड़ा हुआ। अफसरों ने मौके पर तो केवल 3354 शौचालय बनवाए और फर्जी बिल पेश कर कुल 2.75 करोड़ का भ्रष्टाचार किया गया है। इस मामले में एन्टी करप्शन ब्यूरो अहमदाबाद ने ओखा नगरपालिका के चीफ आफिसर व सात संगठनों के पदाधिकारी सहित 19 लोगों...

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फसल के दाम का सच-- योगेन्द्र यादव

कल रात एक छोटा-सा वीडियो देखा, कुछ ही मिनट का रहा होगा. इस वीडियो में महाराष्ट्र के जालना जिले का एक किसान अपने खेत में लगी गोभी की फसल को तहस-नहस कर रहा है. किसान का नाम है- प्रेमसिंह लखीराम चव्हाण. कहानी यह है कि खरीफ में कपास की फसल बरबाद होने के बाद प्रेमसिंह ने अपने खेत में टमाटर और गोभी लगाये. लेकिन, जब चार क्विंटल टमाटर बाजार...

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स्वायत्तता ही अकेला विकल्प-- हरिवंश चतुर्वेदी

हाल ही में मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने ट्विटर के माध्यम से यह घोषणा की कि पांच केंद्रीय विश्वविद्यालयों, 21 राज्य विश्वविद्यालयों, 26 निजी विश्वविद्यालयों और 10 कॉलेजों को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने स्वायत्तता दे दी है। इन 62 संस्थानों को यह स्वायत्तता शैक्षणिक गुणवत्ता के आधार पर दी गई, जिसके लिए उनको नैक, बेंगलुरु द्वारा मिले स्कोर को पैमाना बनाया गया है। अब ये संस्थान अपना...

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मंदी व शेयरों में तेजी के अंतर्विरोध-- भरत झुनझुनवाला

इस समय सकल घरेलू उत्पाद या ग्रास डोमेस्टिक प्रोडक्ट (जीडीपी) में वृद्धि वापस पटरी पर आ चुकी है। देश में कुल उत्पादन की मात्रा का ब्योरा जीडीपी से मिलता है। नोटबंदी से पहले हमारी जीडीपी की ग्रोथ रेट 7 से 8 प्रतिशत रहती थी। नोटबंदी और जीएसटी लागू होने के बाद यह ढीली पड़ गई थी। अब यह पुरानी दर पर वापस पहुंच गई है। दूसरा शुभ संकेत शेयर बाजार...

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