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आदिवासी अधिकारों का व्यापक उल्लंघन हो रहा है- जनसुनवाई का फैसला

“कहा जाता है कि हम लोग दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र हैं क्योंकि देश में बड़े पैमाने पर चुनाव होता है। लेकिन लोकतंत्र का मतलब चुनाव नहीं होता, लोकतंत्र का मतलब होता है देश के फैसलों में जनता की भागीदारी और इस कसौटी पर देखें तो अपने देश में लोकतंत्र नहीं है-‘’सीधे ,सपाट और किसी आंदोलनकारी के मुंह से निकलने का आभास देते शब्द। लेकिन ये शब्द जस्टिस सुप्रीम कोर्ट के  जज पी वी (रिटायर्ड)...

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देशी आलू से बनेगा विदेशी फ्रेंच फ्राई

मोदीपुरम [मेरठ]। विदेशी फास्ट फूड फ्रेंच फ्राई के शौकीनों के लिए अच्छी खबर है। इसका स्वाद अब आम आदमी भी ले सकेगा। यह संभव हुआ केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान मोदीपुरम द्वारा विकसित की गई आलू की नई प्रजाति से। यह देश में सबसे पहले विकसित ऐसी प्रजाति है, जिससे फ्रेंच फ्राई बनाया जा सकेगा। सीपीआरआई ने इसे विकसित करने के बाद कई नामी कंपनियों तथा किसानों को बीज उपलब्ध करा दिया है। विदेशी फास्ट फूड...

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धरती कहे पुकार के

ढ़ती हुई कीमतें उस आपदा का सिर्फ एक संकेत हैं, जिससे खेती जूझ रही है. दरअसल भारतीय कृषि क्षेत्र बुरी तरह से चरमरा रहा है. संकट से पार पाने के लिए नजरिए में बड़े बदलावों की जरूरत है. लेकिन कृषि मंत्री शरद पवार आपदा की इस आहट को सुनने के लिए तैयार नहीं. अजित साही और राना अय्यूब की रिपोर्ट सरकारी नीतियों से लेकर अखबार की सुर्खियों तक तरजीह पाने वाली...

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महंगाई पर अंकुश के लिए नीतियां बनाए आरबीआई

मुंबई। बढ़ते दामों पर चिंतित प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भारतीय रिजर्व बैंक [आरबीआई] से महंगाई पर नियंत्रण लगाने वाली नीतियां बनाने को कहा है। प्रधानमंत्री ने गुरुवार को केंद्रीय बैंक के प्लैटिनम जुबली समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि आरबीआई की ये नीतियां ऐसी हों, जिससे नौ फीसदी से ऊंची विकास दर की राह भी आसान बने। प्रधानमंत्री ने रिजर्व बैंक को यह सलाह ऐसे समय दी है, जब वह जल्दी ही सालाना मौद्रिक...

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अमीरी-गरीबी के बीच बढ़ता फासला

नई दिल्ली [निरंकार सिंह]। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि 11वीं योजना के अंत तक नौ फीसदी और 12वीं पंचवर्षीय योजना में 10 फीसदी विकास दर का लक्ष्य होना चाहिए। इसके साथ यह भी सुनिश्चित करना होगा कि इसका फायदा समाज के हर वर्ग को मिले। इनकी सरकार लगातार समावेशी विकास के दावे कर रही है, लेकिन उसने विकास के उन तौर तरीकों को अपनाया है, जिससे समाज में विषमता बढ़ गई है। अमीरी और...

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