जमशेदपुर : देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद और प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के नजदीकी रहे महरूम ताजुद्दीन खान की बेवा समतुल निशा का 122 साल (परिवारवालों के अनुसार) की उम्र में मंगलवार को इंतकाल हो गया. समतुल निशा के शव को जाकिरनगर कब्रिस्तान में सुपूर्द-ए-खाक किया गया. आजादी की जंग में जहां ताजुद्दीन ने डॉ राजेंद्र प्रसाद के साथ मिलकर अंगरेजों के खिलाफ संघर्ष किये थे वहीं देश के जवाहरलाल...
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लड़कियों पर टिप्पणी कर फंसे नरेंद्र मोदी ने पोषण मिशन शुरू किया
गांधीनगर, 19 सितंबर (एजेंसी) नरेंद्र मोदी ने ग्राम पंचायतों को वित्तीय मदद देने की पेशकश के साथ आज ‘गुजरात राज्य पोषण मिशन’ शुरू किया। गुजरात में उच्च कुपोषण दर के लिए लड़कियों में ‘सुंदर दिखने की चाहत’ को वजह बताने पर बुरे फंसे मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस समस्या के खिलाफ संघर्ष के लिए ग्राम पंचायतों को वित्तीय मदद देने की पेशकश के साथ आज ‘गुजरात राज्य पोषण मिशन’ शुरू किया। इस मिशन...
More »मीडिया स्टडीज ग्रुप का सरकारी हिंदी वेबसाइट का सर्वेक्षण
मीडिया स्टडीज ग्रुप का सरकारी हिंदी वेबसाइट का सर्वेक्षण सरकार की वेबसाइटों पर हिंदी की घोर उपेक्षा दिखाई देती है। हिंदी को लेकर भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालय, विभाग व संस्थान के साथ संसद की वेबसाइटों के एक सर्वेक्षण से यह आभास मिलता है कि सरकार को हिंदी की कतई परवाह नहीं हैं। सर्वेक्षण में शामिल वेबसाइटों के आधार पर यह दावा किया जा सकता है कि हिंदी भाषियों के एक भी मुकम्मल सरकारी वेबसाइट...
More »भूमिहीनों को मिले भूमि का अधिकार
देश के आदिवासियों की जमीनों पर कब्जे हैं। जिन किसानों के पास जमीनें हैं, उनसे विकास के नाम पर जमीनों को छीना जा रहा है। वहीं जिन लोगों के पास रहने के लिए घर नहीं है, उनको घर बसाने के लिए जमीन नहीं दी जा रही है। एकता परिषद व सहयोगी संगठनों द्वारा समग्र भूमि सुधार तथा वंचितों को हक दिलाने के लिए जनसत्याग्रह 2012 आंदोलन चलाया जा रहा है।...
More »गंगा के गुनहगार- स्वामी आनंदस्वरुप
जनसत्ता 12 जुलाई, 2012: गंगा का नाम लेने मात्र से पवित्रता का बोध होता है। यह देश की एकता और अखंडता का माध्यम और भारत की जीवन रेखा के अतिरिक्त और बहुत कुछ है। गंगा जीवनदायिनी और मोक्षदायिनी दोनों है। आज भी लगभग तीस करोड़ लोगों की जीविका का माध्यम है। मगर पिछली डेढ़ सदी से गंगा पर हमले पर हमले किए जा रहे हैं और हमें जरा भी अपराध-बोध नहीं...
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