भोपाल। भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने रामायण के हवाले से कहा, "एक ही शब्द है- मर्यादा। लक्ष्मण रेखा हर व्यक्ति की खींची गई है, उस रेखा को कोई भी पार करेगा, तो रावण सामने बैठा है, वह सीता हरण करके ले जाएगा।" जहां महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों पर देश भर के लोगों में आक्रोश व्याप्त है, वहीं ऐसे लोगों की कोई कमी नहीं है जो इतना होने के बाद भी...
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भागवत के बयान पर विवाद अनुचित: भाजपा
नई दिल्ली। भाजपा ने आरएसएस चीफ का बचाव करते हुए कहा कि उनके बयान पर विवाद अनुचित है। उधर, कैलाश विजयवर्गीय के बयान पर भाजपा ने पल्ला झाड़ लिया। भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि मध्यप्रदेश के मंत्री विजयवर्गीय से इस बयान के बारे में पूछा जाएगा। कांग्रेस पर बरसते हुए भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस अपने गिरेबान में झांके। दिल्ली और केंद्र दोनों जगहों पर कांग्रेस की...
More »दिल्ली की बेमौसम धुंध और पंजाब के हार्वेस्टर
नवम्बर महीने की शुरुआत से दिल्ली और उत्तर भारत के एक बड़े हिस्से को धुएं और कुहासे के मेल से बने धुंधलके की एक मोटी परत ने घेर रखा है और इस बात पर तीखी बहसें हो रही हैं कि दिल्ली में वायु-प्रदूषण का स्तर किन कारणों से बढ़ रहा है। साल 2012 के जनवरी महीने में भारतीय सांख्यिकी संस्थान की ऋद्धिमा गुप्ता की रिपोर्ट आई और इस रिपोर्ट में कहा गया है कि देश...
More »पीडीएस में जारी कालाबाजारी को लेकर बीरपुर गांव(मध्यप्रदेश) में आंदोलन
मध्यप्रदेश के सतना जिले के बीरपुर गांव के 42 परिवार इस महीने की शुरुआत से सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अनाज देने के मामले में हो रही कालाबाजारी की तरफ ध्यान खींचने के लिए आंदोलन कर रहे हैं। आंदोलनकारी परिवार के लोगों की मांग है कि सतना जिले के कलेक्टर सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अनाज के आबंटन में हो रहे भ्रष्टाचार को रोकने के लिए अपनी ताकत का इस्तेमाल करें और उन्हें अधिकार के अनुरुप सरकारी राशन...
More »सूचना अधिकार में सेंध- गौरव कुमार
जनसत्ता 1 नवंबर, 2012: पारदर्शी, भ्रष्टाचार-मुक्त, लोकहित केंद्रित कल्याणकारी प्रशासन के वादों के साथ बारह अक्तूबर 2005 को यूपीए सरकार ने सूचना का अधिकार कानून लागू किया। देश में अपनी तरह का यह पहला कानून था, जिसने लोगों के हाथ में सूचना पाने का अधिकार दिया। इसके पहले 1923 का जो कार्यालय गोपनीयता कानून था वह ब्रिटिश-हितों के लिए बनाया गया था, जिसके अंतर्गत यह प्रावधान था कि जनता को सरकारी...
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