SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 482

किसानों को 5 हजार करोड़ का कर्ज बांटेगी सरकार

जागरण ब्यूरो, भोपाल। राज्य की सहकारी बैंकों के जरिए इस वर्ष 2010-11 में किसानों को 5 हजार करोड़ रूपए का अल्पावधि ऋण बांटने का लक्ष्य रखा गया है। सहकारिता मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने बताया कि अब तक सूबे के 25 लाख से अधिक किसानों को रबी और खरीफ फसलों के लिए 3 प्रतिशत ब्याज पर 4 चार हजार 800 करोड़ रूपए से अधिक का अल्प अवधि ऋण दिया गया है। ...

More »

कमजोर महिलाओं की ताकत बना एक बैंक- आशीष कुमार अंशु

वनिता जालिन्दर पीसे आज से कुछ साल पहले लोन के लिए बैंकों के चक्कर लगा रही थीं। बैंकों की औपचारिकता ओं और पेपर वर्क की वजह से उन्हें लोन नहीं मिल पा रहा था। निराश होकर वह घर बैठ गईं। उन्होंने लोन की आशा ही छोड़ दी। तभी एक दिन मानदेसी महिला संगठन के कुछ लोग उनके पास आए और उन्हें आसान शर्तों पर लोन मिल गया। वर्ष 2003 में उन्होंने...

More »

अलख जगाती एक यात्रा-- मेधा

११ दिसंबर दिन शनिवार का है। बापू की समाधि राजघाट पर जनमेला लगा है। देश भर से लोग अपनी रंगत, अपने लिबास, अपनी भाषा में विविधता संजोए आए हैं। कुछ है जो रंग-बिरंगी विविधता से भरे इन लोगों के मन को एकरस बना रहा है। सब के दिलों में एक ही तमन्ना धड़क रही है। और वह तमन्ना है - शस्य श्यामला ध्रती की उर्वरा-शक्ति, उसकी जीवंतता को बचाने की,...

More »

महंगाई से मैन्यूफैक्चरिंग को खतरा

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। महंगाई की दर में हाल के हफ्तों में नरमी के बावजूद घरेलू मैन्यूफैक्चरिंग उद्योग बहुत आशावान नहीं है। मैन्यूफैक्चरिंग क्षेत्र से जुड़ी कंपनियों का कहना है कि महंगाई की मौजूदा दर भी उनके लिए खतरनाक है। मैन्यूफैक्चरिंग कंपनियों की दशा व दिशा पर प्रमुख उद्योग चैंबर सीआईआई का ताजा सर्वेक्षण में यह बात उभरकर आई है। इस साल अक्टूबर में महंगाई की मासिक दर साढ़े आठ...

More »

साथ छोड़ गए लोकमित्र

हिमाचल। लोगों को गांव में ही सारी सुविधाएं मुहैया करवाने का सरकार का सपना टूटता नजर आ रहा है। लोकमित्र केंद्रों के नाम पर सरकार ने एक लाख रुपये की जमीन गिरवी रखवा ली और दस हजार रुपये बतौर सिक्योरिटी ले लिए, मगर इसका नतीजा शून्य रहा। हमीरपुर जिले में प्रदेश सरकार का लोकमित्र पायलट प्रोजेक्ट फेल हो गया है। सरकार ने प्रोजेक्ट के आधार पर पूरे प्रदेश में लोकमित्र...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close