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सीहोर में पहली बार 4701 रुपए क्विंटल में बिका शरबती गेहूं

आष्टा (सीहोर, मध्यप्रदेश)। जिले की आष्टा कृषि उपज मंडी में गुरुवार को पहली बार सीहोरी शरबती गेहूं 4701 रुपए क्विंटल बिका है। नीलबड़ गांव के किसान तकत सिंह से यह गेहूं श्रीनाथ ट्रेडिंग कंपनी ने खरीदा है। इस गेहूं की खासियत यह है कि इसके चमक के साथ ही इसके दाने एक समान हैं। जिले में अब तक शरबती के अधिकतम चार हजार स्र्पए प्रति क्विंटल ही मिले हैं। अनाज तिलहन...

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फसल के दाम का सच-- योगेन्द्र यादव

कल रात एक छोटा-सा वीडियो देखा, कुछ ही मिनट का रहा होगा. इस वीडियो में महाराष्ट्र के जालना जिले का एक किसान अपने खेत में लगी गोभी की फसल को तहस-नहस कर रहा है. किसान का नाम है- प्रेमसिंह लखीराम चव्हाण. कहानी यह है कि खरीफ में कपास की फसल बरबाद होने के बाद प्रेमसिंह ने अपने खेत में टमाटर और गोभी लगाये. लेकिन, जब चार क्विंटल टमाटर बाजार...

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मध्यप्रदेश: डिफॉल्टर किसानों के लिए समाधान योजना, 200 रु. में महीने भर बिजली भी

रायसेन। ऋण योजना में डिफाल्टर हुए किसान के साथ प्रदेश सरकार खड़ी है। सरकार ऐसे किसानों के लिए भी समाधान योजना ला रही है जिससे ये किसान जीरो प्रतिशत योजना का लाभ लेने के पात्र बन सकेंगे। इसके अलावा 200 रुपये में पूरे महीने बिजली उपलब्ध होगी। ये घोषणा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को मंडीदीप में अंत्योदय मेला, स्वरोजगार और हितग्राही सम्मलेन को संबोधित करते हुए की। इस...

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भावांतर भुगतान योजना : कम पंजीयन से बढ़ी चिंता, लगवाई विशेष ग्रामसभा

भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना में कम पंजीयन ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। दरअसर, सरकार इस योजना को कर्जमाफी के तोड़ के रूप में प्रस्तुत कर रही है। पंजीयन बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को खुद मोर्चा संभाल लिया। रेडियो और टीवी के माध्यम से उन्होंने विशेष ग्रामसभा लगवाकर किसानों से सीधी बात की। मुख्यमंत्री ने योजना को महाबोनस करार देते...

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फसल अच्छी हुई फिर भी किसान की प्रतिदिन आय केवल 82.5 रुपए

सारंगपुर (प्रदीप जैन/अकरम अंसारी)। खेती को लाभ का धंधा बनाने और किसानों की आय को दोगुना करने की बातें केवल प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के भाषणों तक सिमटी नजर आती हैं। किसानों की वास्तविक स्थिति देखें तो हालात कुछ और ही दिखाई देते हैं। वर्तमान में खेती-किसानी लाभ का धंधा तो दूर की बात आजीविका चलाने का साधन तक नहीं बन पाई है। किसानों की प्रतिदिन आय को देखकर यह अंदाजा...

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