प्रशांत गुप्ता, रायपुर। हरियाणा की खाप पंचायतों की तर्ज पर रायपुर के टिकरापारा में एक परिवार का हुक्का-पानी बंद करने का मामला सामने आया है। परिवार के मुखिया शंकर सोनकर का आरोप है कि महज इसलिए बहिष्कृत कर दिया, क्योंकि उसने समाज के स्कूल के बारे में जिला शिक्षा कार्यालय में आरटीआई के जरिए जानकारी मांगी थी। भनक लगते ही उनके परिवार को समाज से बेदखल कर दिया। हालांकि परिवार दंड...
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राजस्थान में 20 हजार खानों के फिर से चालू होने की उम्मीद
जयपुर। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) से पर्यावरण संबंधी स्वीकृति न मिलने से पिछले दो दिनों से बंद पड़ी राजस्थान की 20 हजार खानों के फिर से चालू होने की उम्मीद जगी है। राज्य सरकार की अपील और दो केंद्रीय मंत्रियों के आग्रह पर एनजीटी ने शुक्रवार को सुनवाई की तारीख तय की है। राज्य सरकार ने एनजीटी से की गई अपील में ऐसे खान मालिकों को राहत देने की मांग की...
More »बिहार इंटर परीक्षा धांधली मामले में रिपोर्ट तलब करेगी केंद्र सरकार
पटना : बिहार में कला एवं विज्ञान संकाय की 12वीं की परीक्षा को लेकर उठे विवाद से चिंतित केंद्र सरकार में मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि इसके बारे में राज्य सरकार से रिपोर्ट तलब की जायेगी. केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि इस मामले में बिहार सरकार से रिपोर्ट तलब करेंगे. इस रिपोर्ट के आधार पर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति को कदाचारमुक्त परीक्षा...
More »बेरोजगारी बढ़ने के सबब-- अरविन्द जयतिलक
पिछले दिनों प्रकाश में आई ‘एस्पाइरिंग माइंड्स' की ‘नेशनल इम्पालयबिलिटी रिपोर्ट' चिंतित करने वाली है। यह रिपोर्ट बताती है कि इंजीनियरिंग डिग्री रखने वाले स्नातकों में कुशलता की कमी है और उनमें से करीब अस्सी फीसद स्नातक रोजगार के काबिल नहीं हैं। गौरतलब है कि यह रिपोर्ट देश भर के साढ़े छह सौ से अधिक इंजीनियरिंग कॉलेजों के तकरीबन डेढ़ लाख इंजीनियरिंग छात्रों पर किए गए अध्ययन पर आधारित है।...
More »सरकार ....! आखिर ये बौद्घिक नसबंदी क्यों ?-- आनंद पांडे
क्या अभिव्यक्ति की आजादी को लेकर अब एक नई बहस का वक्त आ गया है? अभिव्यक्ति की आजादी कितनी हो और उसे किस तरह सार्वजनिक किया जाए...क्या इसको लेकर भी नए मापदंड बनाए जाने चाहिए? क्या अब बहस-विमर्श और समीक्षा इस बात को लेकर होनी चाहिए कि आजादी के इतने सालों बाद भी हमें समाज के एक बड़े बुद्घिजीवी वर्ग को सिर्फ इसलिए सामाजिक बहसों से दूर रखना चाहिए...क्योंकि वो...
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