जनसत्ता 14 अगस्त, 2012: देश को नए मंत्री मिल गए हैं। देश की गहरी समस्याओं के जनक रहे पुराने लोग नई पोशाकों में आ खड़े हुए हैं। देखते हैं तो उनके हाथों में तलवारें भी वही बाबाआदम के जमाने की हैं- कागजी! सारे देश में सूखा पड़ा है और अभी अचानक बिजली चले जाने का नया रोग भी गहरा अंधेरा बनाने लगा है। इसे अगर एक प्रतीक से जोड़ कर...
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न माननीयों की भाषा किसान समझे और न किसानों की भाषा माननीय
बठिंडा. मालवा में खाद और रसायनों के प्रभाव का आकलन करने के लिए दिल्ली से बठिंडा पहुंची सांसदों की कृषि समिति ने कैंसर के कारण तो जाने पर किसानों का दर्द नहीं जान पाई। सांसदों व किसानों के बीच भाषा सबसे बड़ी बाधा रही। सांसद ओडिशा, बंगाल, गुजरात, मध्यप्रदेश, बिहार, तमिलनाडु व उत्तरप्रदेश से थे। उन्हें पंजाबी समझ ही नहीं आई। ऐसे में किसान पंजाबी में अपनी पीड़ा बयान करते रहे...
More »जंगल में 300 नक्सलियों के कब्जे में हैं डीएम मेनन
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के अगवा डीएम एलेक्स पॉल मेनन की लोकेशन के बारे में पुलिस को पता चल गया है। सूत्रों के मुताबिक मेनन को बस्तर जिले के जंगलों में करीब 300 नक्सलियों ने बंधक बनाकर रखा हुआ हैं। डीएम की लोकेशन पता चलने के बाद सुरक्षाबालों ने बस्तर में नक्सल विरोधी अभियान पर रोक लगा दी है। अभी मुठभेड़ नहीं करना चाहती सरकार सरकार नक्सलियों से अभी मुठभेड़ नहीं करना...
More »केंद्र ने मांगी छत्तीसगढ़ की मांग, 4 और जिले नक्सल प्रभावित
रायपुर. राज्य शासन की सालभर से ज्यादा पुरानी मांग को मंजूर करते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने चार और जिलों को एसआरई (सिक्योरिटी रिलेटेड एक्सपेंडिचर) योजना में शामिल कर लिया है। इसमें गरियाबंद और बालोद जैसे दो नए जिलों के अलावा महासमुंद और धमतरी हैं। अब तक योजना में राज्य के नौ जिले शामिल थे। राज्य के लगभग आधे 13 जिलों को केंद्र शासन ने नक्सल प्रभावित मान लिया है। छत्तीसगढ़ और झारखंड...
More »बीमारू राज्यों में भी पिछड़े हम, आए नए आंकड़े
भोपाल। बिजली-पानी को मुद्दा बनाकर सत्ता पर काबिज हुई भाजपा सरकार जनता को यह दोनों सुविधाएं मुहैया कराने में असफल साबित हुई है। राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में होने के बावजूद न केवल प्रदेश में बिजली की उपलब्धता कम हुई बल्कि इस सेक्टर में प्रदेश का परफार्मेंस अन्य बीमारू राज्यों से भी कम है। यही नहीं प्रदेश सरकार जनता को पानी भी मुहैया नहीं करवा पाई। जनगणना के ताजा आंकड़ों के...
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